NEW DELHI. डिंडौरी के बजाग ब्लॉक के सिलपीडी गांव की बैगा आदिवासी लहरी बाई को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया है। लहरी बाई को बेवर खेती, दुर्लभ अन्न बीजों के संरक्षण के लिए प्लांट जीनोम फार्मर पुरस्कार से नवाजा गया। दरअसल दिल्ली में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत पौधा किस्म और कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण, भारतीय अनुसंधान परिषद ने 4 दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया था। जिसमें देश-विदेश से विशेषज्ञ शामिल हुए थे। इस दौरान लहरी बाई को सम्मानित किया गया। इस दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे।
जी-20 में लेकर गई थी मिलेट्स
दरअसल लहरी बाई जी-20 सम्मेलन में मिलेट्स लेकर गई थीं। जी-20 सम्मेलन कार्यक्रम में लहरी बाई से मॉरीशस की प्रथम महिला कोबिता रामदानी ने भी मुलाकात की और उनके काम की जमकर प्रशंसा की थी। डिंडोरी जिला प्रशासन ने लहरी बाई को मिलेट्स वर्ष 2023 का ब्रांड एंबेसडर बनाया है। जो गांव-गांव जाकर किसानों को मिलेट्स की खेती करने के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। खुद भी दुर्लभ प्रजातियों के बीज का बैंक संचालित कर किसानों को बीज उपलब्ध कराने का काम लहरी बाई करती हैं।
सीएम ने दी बधाई
लहरी बाई को सम्मान से नवाजे जाने पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें बधाई प्रेषित की। अपने ट्वीट में सीएम ने लिखा कि महामहिम राष्ट्रपति महोदया श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी द्वारा आज नई दिल्ली में डिंडोरी जिले की महिला बैगा कृषक व श्री अन्न की ब्रांड एंबेसडर सुश्री लहरी बाई जी को श्री अन्न के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए वर्ष 2021-22 का पादप जीनोम संरक्षक किसान सम्मान प्रदान किया गया है। सुश्री लहरी बाई जी को इस उपलब्धि के लिए बहुत.बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं। यह हमारे लिए अत्यंत गौरवशाली क्षण है