Mumbai. आज भले ही हिंदी सिनेमा की मशहूर सिंगर गीता दत्त (Famous Singer Geeta Dutt) हमारे बीच न हो। लेकिन उनके गाने सुनकर आज भी लोग गुनगुनाने लगते हैं। उन्होंने अपने सिंगिंग करियर में कई हिट गाने गाए। गीता का फिल्मी करियर जितना सफल था, परिवार को लेकर उतनी उथल-पुथल पूरी जिंदगी मची रही। आज उनकी पुण्यतिथि (death anniversary) पर जानते है उनके बारे में कुछ दिलचस्प फैक्ट्स ...
ये गीता के सुपरहुट गाने
गीता का जन्म 23 नवंबर 1930 को फरीदपुर (Faridpur)(बांग्लादेश) में हुआ था। वह हिंदी सिनेमा की पॉपुलर प्लेकबैक सिंगर (
playback singer) थी। 20 जुलाई 1972 को उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया था। उन्होंने कई हिट गाने गाए। 16 साल की उम्र में गीता ने फिल्म के लिए अपना पहला गाना गाया था। 1947 में हनुमान प्रसाद ने धार्मिक फिल्म 'भक्त प्रहलाद'में उन्हें लॉन्च किया था। इसके अलावा नैनों की प्याली से होंठों की मदिरा,नेहा लगाके मुख मोड़ गया,आजा री निंदिया, आजा मेरा सुंदर सपना बीत गया,मेरी जां मुझे जां न कहो मेरी जां, तदबीर से बिगड़ी हुई तक़दीर बना ले, आज सजन मोहे अंग लगा लो (Aaj Sanam Mohe Ang Laga Lo), जा जा जा जा बेवफा,ठंडी हवा काली घटा आ ही गई झूम के,कोई चुपके से आके,नन्ही कली सोने चली,न जाओ सैयां छुड़ा के बैयां,हम आप की आंखों में इस दिल को बसा दें तो समेत कई अन्य गाने शामिल है।
गीता की गुरु दत्त से इस फिल्म में हुई थी मुलाकात
1951 में फिल्म 'बाजी' में गीता की मुलाकात गुरु दत्त (Guru Dutt) से हुई थी। पहली ही मुलाकात में गुरु को गीता से मोहब्बत हो गई। दोनों एक दूसरे के साथ काफी समय तक रहे फिर दोनों ने शादी करने का फैसला लिया। हालांकि गीता के परिजनों को गुरु दत्त बिलकुल भी पसंद नहीं था। इसके बाद भी गीता ने अपने परिवार के खिलाफ जाकर मई 26,1953 में गुरु दत्त से शादी कर ली। इसके बाद उनके तीन बच्चे हुए, जिनके नाम तरुण दत्त,अरुण दत्त और नीना दत्त थे।
यहां से शुरु हुई उनके रिश्ते में नोकझोंक
दोनों ही अपने बच्चों के साथ खुशी भरी जिंदगी जा रहे थे। अचानक गुरु दत्त की लाइफ में एक्ट्रेस वहिदा रहमान की एंट्री हुई। इस बात की जानकारी जब गीता को लगी तो वो नाराज होकर अपने बच्चों को लेकर अपने मायके चली गईं थी।