NARMADAPURAM. नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर में 25 मार्च, शनिवार को एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। यहां 4 और 6 साल की बहनें 2 महीने की मासूम को बाल्टी में नहला रही थी। इसी बीच हाथ से वह छूट गई। दोनों बच्ची को निकाल नहीं सकीं, इसलिए घबराकर बाल्टी का ढक्कन लगाकर चली गईं। इसके बाद बाल्टी में ही मासूम की सांसें थम गईं। परिवार और पुलिस के लिए ये मौत पहेली से कम नहीं थी। शनिवार को जब पुलिस ने दोनों बहनों से बात की तो उन्होंने दर्दनाक हकीकत बताई।
22 मार्च को हुई थी मौत
शोभापुर गांव में स्थित घर में 22 मार्च को ढक्कन वाली बाल्टी में दो महीने की बच्ची अनारजा का शव मिला। पुलिस और परिवार के लोग हैरानी में आ गए कि नवजात बाल्टी तक कैसे पहुंची? बाल्टी पर ढक्कन भी लगा था। घटना के बाद से घर में मातम पसरा हुआ है। बच्ची की मां रुखसार सदमे में है। इससे पहले पुलिस परिवारवालों से बातचीत कर चुकी थी। कोई सुराग नहीं मिला था। घटना के तीसरे दिन यानी 25 मार्च को एसडीओपी मदन मोहन समर गांव पहुंचे।
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ऐसे सुलझाई मामले की गुत्थी
सोहागपुर एसडीओपी मदन मोहन समर ने बताया कि बालिका की मौत कैसे हुई, इसे समझने के लिए बहुत प्रयास किए, लेकिन कुछ नहीं मिल पाया। घटना के दौरान बालिका की मां तो रसोई में थी, फिर बाहर कौन था। इस सवाल का जवाब तलाशने लगे। इसके बाद हमारा ध्यान दोनों छोटी बालिकाओं पर गया। हादसे के बाद से तीन वर्षीय बच्ची और उसकी मां भी बीमार हो गई है।
क्या यह कृत्य अपराध की श्रेणी में आता है?
जानकारी के अनुसार मासूम बच्चियों की नादानी से खेल-खेल में दो माह की बच्ची की मौत हुई है। 7 साल से कम उम्र के बच्चों द्वारा किया गया कृत्य अपराध की श्रेणी में नहीं आता।