GWALIOR. सत्ताबल से भयभीत होकर अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों को विपक्ष तो बचाकर बाड़ाबंदी करते देखा और सुना होगा लेकिन ग्वालियर में मप्र की सत्तारूढ़ बीजेपी अपने ही पार्षदों की क्रॉस वोटिंग की आशंका से इतनी भयभीत है कि वह अपने ही नव निर्वाचित पार्षदों को भरकर दिल्ली ले गई। साथ में महिला पार्षदों के पति भी ले जाये गए हैं । ग्वालियर में पहली बार हुआ है जब बीजेपी को अपने पार्षदों की बाड़ाबंदी करनी पड़ी हो। बजह ये है कि 57 वर्षो बाद उसे मेयर पद पर हार का सामना करना पड़ा है। उसके पास सभापति बनाने के लिए पर्याप्त बांछित समर्थन है लेकिन वह बुरी तरह भयभीत है।
ग्वालियर नगर निगम पर बीजेपी का कब्जा बीते 57 साल से चला आ रहा है लेकिन इस बार ये इतिहास पलट गया। कांग्रेस प्रत्याशी डॉ शोभा सिकरवार ने बीजेपी प्रत्याशी श्रीमती सुमन शर्मा को 29 हजार मतों के बड़े अंतर से हराकर जीत हासिल की । हालांकि परिषद में बीजेपी के पॉस बहुमत बरकरार रहा हालांकि बहुमत कम हो गया। पिछली परिषद में बीजेपी के पास मेयर के साथ ही 66 में से 45 पार्षदों के समर्थन था । लेकिन इस बार उसके पार्षदों की संख्या घटकर 34 रह गयी और कांग्रेस के पार्षदों की संख्या बढ़कर 25 हो गई। इस बार छह निर्दलीय और एक बीएसपी का पार्षद जीता। निर्दलीयों में से तीन कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं जबकि दो निर्दलीय ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के नजदीकी बताए जाते है जिनका बीजेपी को समर्थन मिलना पक्का माना जा रहा है । इस तरह बीजेपी के पास 36 पार्षद है जो सभापति चुनने के लिए बांछित 34 से दो ज्यादा हैं जबकि कांग्रेस के पास अभी सिर्फ 27 हैं यानी बहुमत से 7 कम । यदि बाकी एक निर्दलीय और बीएसपी पार्षद दोनो भी कांग्रेस के साथ आ जाते है तब भी उसकी सदस्य संख्या 29 होती है जो मैजिक आंकड़े से चार कम है । इसके बावजूद बीजेपी भयभीत है।
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कांग्रेस का दावा सभापति उनका ही बनेगा
दरअसल अपनी ऐतिहासिक जीत के बाद से बीजेपी अवसादग्रस्त है जबकि कांग्रेस का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर है। कांग्रेस के विधायक और मेयर पति डॉ सतीश सिंह सिकरवार शुरू से ही दावा कर रहे हैं कि सभापति उनका बनेगा । यही दावा मेयर डॉ शोभा सिकरवार कर रही है । कल मेयर के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने भी कहा सभापति भी कांग्रेस का बनने जा रहा है इसके बाद से ही बीजेपी में चिंता बढ़ गई और आनन -फानन में अपने पार्षदों की बाड़बंदी करने का निर्णय लिया गया। उन्हें एमपी में रखने की जगह दिल्ली ले जाने का निर्णय लिया गया। शपथ मंच से उतरते ही वहां मौजूद बीजेपी के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी ने पार्षदों से वही कह दिया कि अपनी अटेचियाँ तैयार कर लें । पार्षद पतियों से भी कहा गया कि वे भी तैयारी कर लें। सब से कहा गया चार दिन के हिसाब से कपड़े आदि रखकर चलें। माना जा रहा है कि दिल्ली में इनकी केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर,ज्योतिरादित्य सिंधिया ,बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा से भेंट कराने की योजना है । माना जा रहा है कि इन्हें 5 अगस्त को सीधे वोट डालने जल विहार ही लाया जाएगा।
आज सुबह बस से हुए रवाना
बीजेपी के सभी पार्षद और महिला पार्षदों को सुबह छह बजे नया बाज़ार स्थित माखीजानी के ऑफिस इकट्ठा होने को बोला गया था । सुबह आठ बजे सभी बस द्वारा दिल्ली के लिए रवाना हुए ।
अध्यक्ष बोले काँग्रेस अपने ही संभाल ले
रवाना होने से पहले बीजेपी के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी ने कहा कि वे अपने पार्षदों के साथ दिल्ली जा रहे है । वहां हमारे पार्षद दल की बैठक होगी । जब उनसे पूछा गया कि क्या यह सब इसलिए हो रहा है कि कांग्रेस उसके पार्षदो से क्रॉस वोटिंग न करा लें ? तो वे बोले - उनके 25 हैं वे अल्पमत में हैं । हमारे 34 हैं हम बहुमत में हैं । वे अपने 25 ही संभाल लें,यही उनकी सफलता होगी।