आम और खास दोनों एक शहर में रहते हैं लेकिन आम लोगों को सुविधाएं नहीं मिलती खास लोगों का खास ख्याल रखा जाता है.. आम आदमी के लिए गड्ढों वाली सड़कें और खास के लिए चमचाती सड़कें.. ये अंतर राजधानी भोपाल में आसानी से देखा जा सकता है... यहां पूरी सरकार रहती है.. मगर भेदभाव इतना है कि पूछिए मत.. यही अंतर आज हम आपको बता रहे हैं..राजधानी की सड़कों पर हर घंटे 1 लाख रु. से भी ज्यादा खर्च होने के बाद भी आखिरकार राजधानी के आम लोगों की सड़कें क्यों है खराब और खास लोगों की सड़क क्यों है चमचमाती हुई... द सूत्र की पड़ताल