चुनावी(Political) बिसात जम चुकी है. बस शह और मात की चाल होना बाकी है. इस बार नगर सरकार(city government) के लिए जमी चुनावी(Political) बिसात ही दिलचस्प है. कहीं कांग्रेस(Congress) बीजेपी(BJP) के काले सफेद घोड़े ढाई की चाल जमा रहे हैं तो एक तीसरा दल भी इस बिसात के कुछ खानों पर कब्जा करने की फिराक में है. चलिए जानते हैं इस बार इस बिसात पर किसके मोहरे सबसे ज्यादा नजर आएंगे..नगर सरकार(city government) के चुनाव हर पांच साल में होते रहे हैं. ये बात अलग है कि इस बार ये पांच साल(Five years
) कुछ ज्यादा लंबे खिंचे. जिसकी वजह से चुनाव की टाइमिंग(timing) इतनी दिलचस्प हो गई कि हर दल के लिए ये अग्निपरीक्षा बन चुके हैं. ये अग्निपरीक्षा जिसने पार कर ली वो सूबे का सरताज बनने का हक भी हासिल कर सकता है. इसलिए चुनावी जोड़ तोड़ उतने ही हुए जितने बड़े चुनावों के लिए होते हैं. महापौर पद का प्रत्याशी फाइनल करने में तो विधायक के चयन से ज्यादा मशक्कत करनी पड़ी. अब बिसात पर हर दल के मोहरे जम चुके हैं. चलिये जानते हैं पूरे 16 की 16 नगर निगमों पर क्या राजनीतिक समीकरण तैयार हैं. जो इस चुनाव में जबरदस्त राजनीतिक तड़का लगा रहे हैं.