संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के सुदामानगर स्थित स्कूल छत्रपति शिवाजी में 11वीं क्लास की 16 वर्षीय छात्रा वृंदा त्रिपाठी अपने साथियों के साथ बात कर छुट्टी के बाद हंसते हुए बाहर आ रही थी, अचानक गश खार वह गिर गई। स्कूल के टीचर्स उसे तत्काल पास के एक निजी अस्पताल में ले गए, लेकिन वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। यह घटनाक्रम मात्र 10 मिनट का है। अचानक मौत की वजह डॉक्टर हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट बता रहे हैं। परिजन ने वृंदा की आंखे दान में दी हैं। वृंदा गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के लिए तैयारी कर रही थी, वह एंकरिंग करने वाली थी। परिजन के अनुसार, उसे कोई बीमारी नहीं थी। उसकी अचानक मौत से परिजन से लेकर स्कूल भी सदमे में हैं।
सदमे के बीच में लिया बड़ा फैसला
वृंदा के जाने से परिजन सदमे में है, लेकिन उन्होंने 16 वर्षीय बेटी की आंखे दान करने का निर्णय लेते हुए मुस्कान ग्रुप से संपर्क किया। ग्रुप के सेवादार जीतू बगानी, अनिल गोरे परिजनों से मिले और वृंदा की आंखे दान की गई। ग्रुप के सेवादार राजेंद्र माखिजा, संदीपन आर्य और लक्की खत्री ने भी इस काम में समन्वय किया।
ठंड में बढ़ रही है हार्ट अटैक से मौते
ठंड के सीजन में शहर में हार्ट अटैक का खतरा लगातार बढ़ रहा है। इसे कई डॉक्टर पोस्ट कोविड इफैक्ट भी मान रहे हैं। हाल ही में 60 घंटे में इंदौर में 11 लोगों की अटैक से मौत हुई थी जिसमें कई युवावस्था के ही थे। इंदौर में हुए वनडे मैच के दौरान ड्यूटी करने वाले पुलिस अधिकारियों की भी तबीयत बिगड़ी थी।
ठंड में हार्ट अटैक का खतरा 30% बढ़ जाता है
डॉक्टरों के अनुसार, ठंड में हार्ट को ज्यादा पंप करना पड़ता है, क्योंकि धमनी का आकार सिकुड़ जाता है। इससे अतिरिक्त प्रेशर बढ़ता है। ठंड के दौरान ब्लाकेज की समस्या भी बढ़ती है। खानपान भी लोगों का बढ़ जाता है, जिससे भी बीपी बढ़ता है और अटैक का खतरा बढ़ जाता है। डॉक्टरों के अनुसार, लोग ठंड में पानी कम पीते हैं, इससे डीहाइड्रेशन के चलते भी क्लाटिंग का खतरा होता है। इन सभी वजहों के साथ कोरोना के बाद हार्ट क्षमता प्रभावित हुई है। इन सबके चलते दिल को लेकर अधिक अलर्ट रहने की जरूरत होती है।
दिल के लिए ये करना जरूरी
- रेग्युलर चेकअप कराएं।