ग्वालियर में बढ़ते एक्सीडेंट रोकने की कवायद, इंदौर के डांसिंग कॉप रंजीत सिंह लोगों को सिखा रहे ट्रैफिक कंट्रोल के गुर 

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Vijay Choudhary
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ग्वालियर में बढ़ते एक्सीडेंट रोकने की कवायद, इंदौर के डांसिंग कॉप रंजीत सिंह लोगों को सिखा रहे ट्रैफिक कंट्रोल के गुर 

देव श्रीमाली, GWALIOR. ट्रैफिक को अपने अलग अंदाज में संभालने वाले इंदौर के डांसिंग कॉप रंजीत सिंह इन दिनों ग्वालियर आए हुए है। वे यहां भी ट्रैफिक के नियमों को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं। उन्हें यहां खासतौर पर बुलाया गया है, क्योंकि मध्य प्रदेश के ग्वालियर में तेजी से एक्सीडेंट के मामले बढ़ते जा रहे है। इस साल 2022 में ग्वालियर जिले में जनवरी से सितंबर तक यानी 9 महीने में 1,539 रोड एक्सीडेंट हो चुके हैं। इनमें 222 लोगों की मौत हुई हैं जबकि 1385 लोग घायल हुए हैं। ये आंकड़े रोड एक्सीडेंट रोकने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस के तैयार किए गए डाटाबेस के हैं इसलिए प्रशासन और पुलिस लोगों को ट्रेफिक नियमों के पालन कर एक्सीडेंट से बचने के लिए लोगों को तरह तरह से जागरूक कर रही है।



ट्रैफिक नियंत्रण के गुर सिखाने आये है रंजीत 



डांस करते हुए अनूठे अंदाज में ट्रैफिक व्यवस्था संभालने वाले इंदौर में कार्यरत प्रधान आरक्षक रंजीत सिंह अब ग्वालियर में ट्रैफिक मैनेजमेंट के गुर सिखा रहे हैं। ग्वालियर की सड़कों पर वे अपने डांसिग अंदाज में लोगों को जागरूक कर रहे हैं। 



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एक्सीडेंट से नौ महीनों में हुईं 222 मौतें



ग्वालियर पुलिस को रंजीत की जरूरत रोड एक्सीडेंट के बढ़ते मामलों के बाद पड़ी है। ग्वालियर जिले में इस साल जनवरी से सितंबर तक 9 महीने में 1539 रोड एक्सीडेंट हो चुके हैं। इनमें 222 लोगों की मौत हुई है, जबकि 1,385 लोग घायल हुए हैं। वहीं रंजीत कहते है वो एक्सीडेंट रोकने के लिए लोगों को अवेयर कर रहे है। साथ ही डांसिग करने के पीछे उद्देश्य यह है, कि लोग उसको देखकर स्ट्रेस फ्री रहें।



जहां सड़कें ज्यादा चौड़ी, वहीं ज्यादा एक्सीडेंट



ज्यादातर हादसे उन थाना क्षेत्रों में हुए है, जहां ट्रैफिक की रफ्तार तेज है और सड़कें चौड़ी हैं। शहरी क्षेत्र और मेन रोड से जो पुलिस थाने दूर हैं वहां इस तरह की घटनाएं बहुत कम दर्ज की गई हैं। शहरी क्षेत्र में सबसे ज्यादा 115 एक्सीडेंट गोला का मंदिर थाना क्षेत्र में हुए हैं। इनमें भी ज्यादातर हादसों के पीछे कारण, वाहनों की तेज रफ्तार ही रही है। दूसरी तरफ जिले में भंवरपुरा थाना ही ऐसा है, जहां इस अवधि में कोई सड़क हादसा दर्ज नहीं हुआ। कारण, यह थाना मुख्य सड़क से अंदर ग्रामीण क्षेत्र में हैं। यहां पर वाहनों की आवाजाही क्षेत्रों की तुलना में काफी कम है। ऐसे ही ग्वालियर के आरोन-करहिया में 2-2, तिघरा में 3 और गिजोर्रा थाना क्षेत्र में 5 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं। 



जिले में 7 लाख से ज्यादा रजिस्टर्ड वाहन



वर्तमान में ग्वालियर जिले में रजिस्टर्ड दो पहिया वाहनों की संख्या 5 लाख 93 हजार 869 तक पहुंच गई है। जबकि चार पहिया वाहन 1 लाख 11 हजार 405 हैं। साल अंत तक इनमें और बढ़ोत्तरी हो सकती है। लेकिन वाहनों की संख्या के आधार पर ट्रैफिक पुलिस के पास बल कम है। दूसरा राजनीतिक दखल भी बढ़ता जा रहा है। ये दोनों कारणों से ही चालानी की रफ्तार भी घटती जा रही है। पिछले 9 महीने में सिर्फ 37,224 लोगों के चालान पुलिस कर सकी है। 


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