देव श्रीमाली, GWALIOR. एक लाख रुपए के इनामी कुख्यात डकैत के साथ 30 जनवरी, सोमवार को धौलपुर में पुलिस की मुठभेड़ हुई। यह डाकू मध्यप्रदेश, यूपी और राजस्थान के चम्बल के सीमावर्ती बीहड़ों में आतंक का पर्याय है। मुठभेड़ में डाकू को पैर में गोलियां लग गई। उसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में धौलपुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके पास से एक पांच फेरा रायफल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं।
बदमाशों की धरपकड़ के लिए चला था विशेष अभियान
राजस्थान स्थित धौलपुर जिले के पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि इस समय बजरी, बंदूक बागी एवं बदमाशों की धरपकड़ के लिए जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया 1 लाख 15 हजार का कुख्यात सरगना डकैत केशव गुर्जर विगत लंबे समय से राजस्थान, एमपी और यूपी पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रहा था। धौलपुर पुलिस के जरिए मुखबिर सूचना मिली थी।
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सटीक सूचना के बाद की कार्रवाई
एसपी ने बताया कि मुखबिर की सटीक सूचना एवं तकनीकी यंत्रों पर डीएसटी टीम क्यूआरटी टीम के साथ बाड़ी सदर कोतवाली पुलिस टीम को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। उन्होंने बताया सोन बाबा जंगल के आश्रम के पास पुलिस टीम ने घेराबंदी कर डकैत केशव गुर्जर को ललकारा। इसके बाद डकैतों की गैंग ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की। इस दौरान डकैत गुर्जर के पैर में गोली लग गई।
डकैत के तीन साथियों की तलाश जारी
एसपी ने बताया डकैत गिरोह के करीब तीन बदमाश मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश जारी है। डकैत केशव गुर्जर विगत 10 साल से राजस्थान मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में वारदातों को अंजाम दे रहा था, जिसके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, नकबजनी, रंगदारी और उगाही जैसे करीब चार दर्जन संगीन धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। डकैत केशव गुर्जर राजस्थान के टॉप टेन अपराधियों में शुमार रहा है।
डकैत के भर्ती होने के बाद अस्पताल बना छावनी
पैर में गोली लगने से घायल हुए डकैत केशव गुर्जर को जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। एहतियात एवं सुरक्षा की दृष्टि से जिला अस्पताल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है।
एक दशक से दे रहा था चुनौती
डकैत केशव गुर्जर विगत 10 साल से पुलिस के साथ लुकाछुपी का खेल खेल रहा था। डांग क्षेत्र में डकैत के केशव गुर्जर को शरण मिल रही थी। चंबल के बीहड़ मध्य प्रदेश सीमा से सटे होने के कारण डकैत गैंग को फरार होने में आसानी होती थी। उधर, डांग क्षेत्र में ग्रामीणों का भी सहयोग डकैत गैंग को मिल जाता था।
हाल ही में श्योपुर जिले से किए थे अपहरण
बीते दिनों श्योपुर जिले के वीरपुर इलाके से तीन चरवाहों के अपहरण में केशव गैंग का ही नाम आ रहा था। हालांकि बाद में ये अपहृत छूटकर आ गए । उन्होंने बताया था कि डकैत उसके साथ बहुत ही अमानवीय व्यवहार करते थे।