देव श्रीमाली, GWALIOR. ओबीसी वर्ग के लोगों की गोलबंदी से ग्वालियर चम्बल में बीजेपी पहले से ही चिंतित है। विधानसभा चुनावों से पहले अलग-अलग जाति वर्ग संगठनों द्वारा अपनी-अपनी मांगों को तेजी से उठाया जा रहा है जिससे सरकार और बीजेपी नेताओं पर दबाव बनाया जा सके। लेकिन अब ओबीसी ने अपनी मांगों के समर्थन में विधानसभा वार नेताओं पर दवाब बनाना शुरू कर दिया है। ओबीसी महासभा ने गुरुवार, 20 अप्रैल को ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के निवास पर पहुंचकर प्रदर्शन और घेराव किया। ओबीसी महासभा की मांग है कि ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए और जातिगत जनगणना की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सबसे ज्यादा ओबीसी उनकी यानी तोमर की ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में रहते हैं, लेकिन वे उनकी मांगों पर खामोश क्यों है ?
ओबीसी महासभा ने कहा- अभी चेतावनी दी है
ओबीसी वर्ग के बड़ी संख्या में कार्यकर्ता इकट्ठे होकर चिलचिलाती धूप में रेसकोर्स रोड पर स्थित ऊर्जा मंत्री के बंगले पहुंचे और नारेबाजी की। ऊर्जा मंत्री के निवास पर घेराव करने पहुंचे ओबीसी महासभा के जिला अध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि ऊर्जा मंत्री ग्वालियर विधानसभा से आते हैं और इस विधानसभा में ओबीसी समुदाय की संख्या सबसे अधिक है लेकिन अभी तक उन्होंने विधानसभा में ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण और जातिगत जनगणना की मांग नहीं उठाई है अभी उन्हें ज्ञापन देकर चेतावनी दी गई है कि अगर उन्होंने इस मांग को पूरा कराने का प्रयास नहीं किया तो फिर आने वाले चुनाव में ओबीसी समुदाय उन्हें वोट नहीं देगा।
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मंत्री ने जमीन पर बैठकर सुनी बात
ऊर्जा मंत्री को जैसे ही पता चला कि उनके क्षेत्र के ओबीसी कार्यकर्ता उनके बंगले पर प्रदर्शन करने पहुंचे हैं ,इस सूचना के मिलते ही ऊर्जा मंत्री तोमर अपने बंगले पर पहुंचे और ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों के पास पहुंचकर उनके साथ ही जमीन पर बैठकर उनकी पूरी बात सुनी। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ओबीसी सहित सभी समाज के हितों का ध्यान रखना हमारा काम है। समाज के हित में जो भी निर्णय होगा वही लिया जाएगा।