Jabalpur. जबलपुर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल नेता जी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में आयुष्मान योजना के अंतर्गत आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पैसों की मांग करने का एक वीडियो सामने आने के बाद प्रबंधन ने सख्त कार्रवाई का कोड़ा चलाया है। आरोपी आयुष्मान मित्रों को तत्काल निष्कासित कर नए कंप्यूटर ऑपरेटर्स उपलब्ध कराने के लिए मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ गीता गुइन ने आउटसोर्स कंपनी हाइट्स के प्रभारी अधिकारी को चिट्ठी लिखी है। इसके साथ ही वायरल हुए वीडियो में कथित रूप से पैसों की मांग करने वाले अभिषेक सेन नाम के आयुष्मान मित्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच और कार्रवाई के लिए गढ़ा थाना प्रभारी को भी पत्र लिखकर अनुशंसा की गई है। डीन ने अपने पत्र में यह स्पष्ट किया है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के आयुष्मान कार्ड निशुल्क बनाए जाते हैं और निशुल्क ही बनाए जाते रहेंगे।
फर्जी नियुक्ति पत्र मामले में पलटी शिकायतकर्ता
दूसरी तरफ नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में नर्स की फर्जी नियुक्ति की शिकायत करने वाली युवती अपने आरोपों से पलट गई। उसने नियुक्ति के एवज में 50 हजार रुपए ऐंठने के आरोप लगाए थे। लेकिन मंगलवार को उसने अपनी लिखित शिकायत वापस ले ली। इस पर मेडिकल प्रबंधन का कहना है कि युवती के शिकायत वापस लेने के कारण उनकी ओर से कार्रवाई का कोई कारण नहीं है। वहीं दूसरी तरफ गढ़ा पुलिस ने भी पकड़े गए तीनों युवकों के खिलाफ महज धारा 151 के तहत कार्रवाई की।
बता दें कि मेडिकल में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने सोमवार को सुनील, अजय और राजकुमार नाम के युवकों को पकड़ा था जो एक फर्जी नियुक्ति पत्र देकर प्रियंका नामक युवती से 50 हजार रुपए ऐंठने की फिराक में थे। हालांकि युवकों के पकड़ें जाने के कुछ घंटों बाद ही युवती ने मेडिकल प्रबंधन को एक और पत्र लिखा जिसमें उसने यह उल्लेख किया था कि उसकी ओर से जो शिकायत की गई है वह उस पर कोई कार्रवाई नहीं चाहती है।