BHOPAL.संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों, लैब टेक्नीशियन और संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारी की हड़ताल के बाद अब मध्यप्रदेश में बिजली कर्मचारियों ने भी हड़ताल शुरू कर दी है। प्रदेश के करीब 70 हजार से ज्यादा बिजलीकर्मी मंगलवार से हड़ताल पर चले गए। यूनाइटेड फोरम फॉर पावर इंप्लाइज एवं इंजीनियर्स के बैनर तले इन्होंने कामों का बहिष्कार कर दिया। ये अब फॉल्ट सुधारने सहित विभाग के कोई भी काम नहीं करेंगे। 24 जनवरी, मंगलवार सुबह 11 बजे से भोपाल के गोविंदपुरा में धरने की शुरुआत की गई। जबकि आउटसोर्स कर्मचारी पहले ही हड़ताल पर चल रहे हैं। जिसका समर्थन भी यूनाइटेड फोरम कर चुका है।
संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारी पहले से है हड़ताल पर
संविदा एवं आउटसोर्स कर्मचारी 21 जनवरी से अनिश्चितकालीन आंदोलन कर रहे हैं। यूनाइटेड फोरम ने उनका समर्थन किया है। 24 जनवरी से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। प्रदेश के बोर्ड, नियमित, संविदा एवं आउटसोर्स कर्मी अपनी मांगों को पूर्ण कराने के संबंध में महाआंदोलन में शामिल हो रहे हैं।
हड़ताल से ये काम होंगे प्रभावित
हड़ताल की वजह से लाइन फॉल्ट होने पर उसे सुधारने के लिए अमला नहीं पहुंचेगा। नए बिजली कनेक्शन नहीं दिए जा सकेंगे। बिजली बिलों की वसूली भी नहीं हो सकेगी।
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ये हैं कर्मचारियों की मांगें
- संविदा बिजलीकर्मियों को तुरंत नियमित किया जाए।
NRI समिट के चलते स्थगित हुई थी हड़ताल
फोरम के प्रदेश संयोजक ने बताया कि 6 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले थे, लेकिन में एनआरआई समिट के चलते यह स्थगित कर दी गई थी। हमें आश्वासन दिया गया था कि 15 दिन के भीतर सीएम शिवराज के समक्ष बैठक कराई जाएगी, लेकिन यह अवधि भी बीत गई। अब तक कोई बैठक नहीं हुई और न ही मांगों पर विचार किया गया। इसी बीच 21 जनवरी से आउटसोर्स कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। फोरम उनकी मांगों का समर्थन करता है।