Jabalpur. जबलपुर के बरेला ब्लॉक के धनपुरी इलाके में ढूंडी गांव की एक बछिया में लंपी वायरस के लक्षण पाए गए हैं। खबर मिलते ही पशुपालन विभाग में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में विभाग की टीम गांव पहुंची और डॉक्टरों ने बछिया का सैंपल लिया है। प्रारंभिक तौर पर बछिया के शरीर में गांठें पाई गई हैं जो कि लंपी वायरस का प्रारंभिक स्टेज है। इधर विभाग के उपसंचालक डॉ एस के वाजपेई का काहना है कि बछिया के सैंपल लेकर इसे जबलपुर की संभागीय पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भेजा गया है। जहां से सैंपल को भोपाल की हाई सिक्योरिटी लैब भी भेज दिया गया है। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही लंपी वायरस की पुष्टि हो पाएगी।
पशुपालन विभाग में जॉइंट डायरेक्टर डॉ ए पी गौतम का कहना है कि सिहोरा में टीम गई थी वहां एक बछिया में लंपी वायरस के लक्षण मिले हैं। अभी केवल लक्षण उस जैसे हैं यह नहीं कहा जा सकता कि लंपी वायरस है। सैंपल की जांच नहीं हुई है सैंपल भोपाल की लैब भेजा है।उसका उपचार शुरू कर दिया गया है। साथ ही बछिया को आइसोलेट भी करा दिया गया है। इससे पहले कंचनपुर क्षेत्र में भी एक गाय में ऐसे ही लक्षण मिले थे। हालांकि भोपाल से आई रिपोर्ट में उस गाय में लंपी वायरस नहीं पाया गया था।
जबलपुर में हैं 2 लाख मवेशी, वैक्सीज महज 2700
वेटरनरी विभाग के मुताबिक जबलपुर जिले में अभी तक लंपी वायरस से ग्रस्त कोई भी पशु नहीं मिला है। वहीं लंपी वायरस से निपटने के लिए वैक्सीन की व्यवस्था करना शुरू कर दिया गया है। विभाग ने रोगी कल्याण बजट से गोटपाक्स वैक्सीन की लगभग 2700 डोज खरीदी हैं। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जिले में 2 लाख मवेशी हैं ऐसे में वैक्सीन की 60 हजार डोज की जरूरत पड़ेगी। केंद्र सरकार को इसकी डिमांड भेज दी गई है।