Jabalpur. जबलपुर के मूल निवासी और वर्तमान में जयपुर में पदस्थ सेना के कर्नल और उनकी पत्नी से हुई लाखों की ठगी के मामले में पुलिस ने आखिरकार एफआईआर दर्ज कर ली है। हालांकि यह एफआईआर तब जाकर हुई जब सैन्य अधिकारी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और अदालत के निर्देश पर पुलिस को मामला दर्ज करना पड़ा। दरअसल शातिर ठगों ने कर्नल साहब और उनकी पत्नी को झांसे में लिया और कंपनी में इन्वेस्ट करने मना लिया। कुछ दिनों तक कंपनी ने अधिकारी को रिटर्न दिया लेकिन बाद में पैसे देना बंद कर दिए। ठगों द्वारा दिए गए चेक भी बाउंस हो गए। तब कर्नल और उनकी पत्नी ने न्यायालय में केस दायर कर दिया। जिसमें सुनवाई करते हुए अदालत ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के आदेश दिए और फिर गढ़ा थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
गढ़ा थाना प्रभारी राकेश तिवारी ने बताया कि मदन महल आनंद कुंज निवासी प्रशांत राजावत अभी जयपुर में पदस्थ हैं। कुछ समय पहले वे जबलपुर में पदस्थ थे। इस दौरान उनकी पत्नी नीलिमा की मुलाकात राजीव गुप्ता नाम के शख्स से हुई। राजीव ने कर्नल और उनकी पत्नी को भरोसे में लिया और रामराज नामक कंपनी में अच्छी खासी रकम इन्वेस्ट करा दी। रकम करीब 18 लाख रुपए बताई जा रही है। इसके एवज में बतौर सिक्योरिटी आरोपी ने दंपती को चेक भी दिए थे। कुछ समय तक तो कर्नल साहब और उनकी पत्नी को रिटर्न दिया गया लेकिन बाद में कंपनी से कोई पैसा नहीं आया। इस बीच आरोपी ने कर्नल साहब से मिलकर एग्रीमेंट में सुधार करवाने की बात कही और एग्रीमेंट वापस ही नहीं किया।
दंपती ने जब बार-बार राजीव से रुपए वापस करने को कहा, जब वह उन्हें लगातार टालता रहा तो उन्होंने उसके दिए चेक बैंक में लगा दिए, जो कि बाउंस हो गए। इसके बाद कर्नल और उनकी पत्नी ने न्यायालय में परिवाद दायर कर दिया।
पुलिस के अनुसार आरोपी राजीव गुप्ता विजय नगर इलाके का निवासी है, जिसकी तलाश की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि आरोपी ने इस प्रकार और कितने लोगों के साथ ठगी की है।