पन्ना के स्कूल टीचर ने रिटायरमेंट के 40 लाख दान किए, दूध बेचकर टीचर बने थे

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पन्ना. जिएं तो अपने बगीचे में गुलमोहर के तले....मरें तो गैर की गलियों में गुलमोहर के लिए। दुष्यंत कुमार की ये पक्तियां पन्ना (Panna school teacher) के एक स्कूल टीचर विजय कुमार चंसोरिया की जिंदगी पर फिट बैठती है। विजय कुमार ने 39 साल तक शिक्षक के पद पर नौकरी की। आज के समय में जब लोग संपत्ति जोड़ने के लिए किसी भी हद तक जा रहे हैं। ऐसे समय में सहायक शिक्षक विजय कुमार ने अपने रिटायरमेंट पर मिलने वाली 40 लाख रुपए की राशि गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए दान कर दी। 

विजय कुमार (vijay kumar) जिले के संकुल केंद्र रक्सेहा के प्राइमरी स्कूल खदिंया में पदस्थ थे। यहां वे सहायक शिक्षक के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। 39 साल तक उन्होंने रक्सेहा स्कूल में बच्चों को शिक्षा दी। तीन दिन पहले ही वह रिटायर हुए हैं। उन्हें रिटायरमेंट पर पीएफ और ग्रेज्युटी के तौर पर 40 लाख रुपए की राशि मिली है। एक तरीके से यह राशि उनकी जिंदगी की पूरी कमाई थी। लेकिन उन्होंने इसे बच्चों की शिक्षा के लिए दान (panna teacher donated 40 lakhs for school) करने का फैसला लिया।