NEW DELHI. मोदी सरनेम के विवादित बयान को लेकर सूरत कोर्ट ने कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ 2 साल की सजा और 15 हजार का जुर्माना लगाया था। फैसले के 11 दिनों बाद 3 अप्रैल को राहुल गांधी सूरत के फैसले के खिलाफ सेशन कोर्ट में याचिका दायर करने जा रहे हैं। दरअसल, 23 अप्रैल को कोर्ट ने राहुल गांधी को सजा सुनाई थी, लेकिन कुछ ही देर बाद उन्हें जमानत भी मिल गई थी। इसके साथ ही सजा को 30 दिनों के लिए स्थगित कर दिया था।
सजा के बाद कांग्रेस के 3 एक्शन प्लान
1. कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की सजा के बाद पार्टी 2 हिस्से में बंट गई। जिसमें पार्टी का एक टुकड़ा चाहता है कि राहुल गांधी सजा के खिलाफ याचिका दायर करें। वहीं दूसरा टुकड़ा चाहता है कि राहुल गांधी जेल जाएं ताकि पार्टी को सहानुभूति मिल सके और लोकसभा चुनाव में उसका फायदा मिले।
2. सूरत कोर्ट से राहुल गांधी को सजा के फैसले के बाद कांग्रेस कार्यालय में लगातार बैठकों का दौर जारी रहा। जिसमें पार्टी सदस्यों की आखिरी राय ये बनी कि लड़ाई सियासी और कानूनी दोनों से लड़ी जाएगी। पार्टी सदस्य इस देरी का कारण कोर्ट के फैसले का गुजराती से अंग्रेजी में अनुवाद में लगा समय बता रहे हैं।
3. मोदी सरनेम को लेकर सूरत कोर्ट में बीते 4 साल से चल रहे केस को गंभीरता से नहीं लड़ने के मामले में राहुल इन दिनों अपनी लीगल टीम से नाराज दिख रहे हैं। हालांकि लीगल टीम का मानना है कि चुनौती ना देना गलती मान लेना समझा जाएगा। फिलहाल अंतिम फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ा गया है।
मानहानि के 5 केस का फैसला लंबित
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर मोदी सरनेम को लेकर अलग-अलग राज्यों में मानहानि के 5 मामले दर्ज हैं। जिसमें एक मामले में सूरत कोर्ट उन्हें 2 साल की सजा सुना चुका है। वहीं 12 अप्रैल को वे पटना कोर्ट में हाजिर होंगे। आरोप है कि राहुल ने मोदी सरनेम वालों को चोर कहकर अपमान किया था।
ये खबर भी पढ़िए..
राहुल को 27 मिनट में मिली थी जमानत
सूरत कोर्ट के 23 मार्च को राहुल गांधी को सजा सुनाने के ठीक 27 मिनट बाद उन्हें जमानत मिल गई। दरसअल, कोर्ट में राहुल द्वारा दिए गए बयान सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है, मामले में सजा सुनाई थी। जिसके बाद गुजरात के बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने मानहानि का केस किया था। फैसले के दूसरे दिन यानी 24 मार्च दोपहर करीब ढाई बजे राहुल की संसद सदस्यता समाप्त हो गई थी। 25 मार्च को राहुल ने 28 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस की। 26 मार्च को कांग्रेस ने देशभर में संकल्प सत्याग्रह किया। 27 मार्च को लोकसभा हाउसिंग कमेटी ने राहुल को बंगला खाली करने का नोटिस थमा दिया।