RAIPUR. देश में नई शिक्षा नीति के आने के बाद लगातार पढ़ाई के पैटर्न में बदलाव देखने को मिल रहा है। इस बीच, छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा की परीक्षाओं में बदलाव हुआ है। दरअसल, रविवि में 2023-24 के लिए होने वाली एमए, एमकॉम, एमएससी समेत अन्य पीजी परीक्षाओं का पैटर्न बदलेगा। इसमें सवालों की संख्या अब कम कर 20 की जाएगी। ऑब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या भी आधी की गई है। अति लघुत्तरीय प्रश्न अब नहीं पूछे जाएंगे।
इस बदलाव से पहले यानी अभी तक रविवि में पीजी सेमेस्टर एग्जाम के प्रत्येक विषय में 40 से 45 प्रश्न पूछे जाते हैं। हर छह माह में परीक्षा होने से प्रश्न पत्र सेट करना कठिन हो रहा था। इसे देखते हुए प्रश्नों की संख्या कम की गई है। पीजी की सेमेस्टर परीक्षाओं में यह नई व्यवस्था इसी सत्र यानी 2023-24 से लागू हो रही है। दिसंबर में इस पैटर्न के अनुसार ही प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा होगी। रविवि व इससे संबद्ध कॉलेजों में पीजी में एमए, एमकॉम, एमएससी, एमसीए, एलएलएम, एमपीएड, एम.लिब की पढ़ाई हो रही है। इनके अनुसार करीब 40 विषयों में पीजी है। इसमें लगभग 25 हजार छात्र हैं। इनकी परीक्षाओं की नई व्यवस्था लागू हो रही है।
पं. रविशंकर शुक्ल विवि के कुलसचिव डॉ. शैलेंद्र पटेल के मुताबिक पीजी परीक्षा के पैटर्न में बदलाव किया गया है। इसमें प्रश्नों की संख्या कम हुई है। नई व्यवस्था इसी सत्र से लागू हो रही है। दिसंबर में होने वाली सेमेस्टर परीक्षा इसी पैटर्न से होगी। अब फिर से पैटर्न बदल रहा है। इसका फायदा छात्रों को मिलेगा। अभी भी ऑब्जेक्टिव में 20 नंबर के प्रश्न रहेंगे। पहले 20 सवाल पूछे जाते थे, प्रत्येक के लिए 1 अंक निर्धारित था। लेकिन अब 10 प्रश्न रहेंगे, इसमें प्रत्येक के लिए 2 अंक निर्धारित है। जिन विषयों में 80 नंबर के अनुसार थ्योरी की परीक्षा होती है। वहां ऑब्जेक्टिव में 8 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रति सवाल ढाई नंबर के रहेंगे।
अब ऐसे मिलेंगे नंबर
रविवि की पीजी सेमेस्टर परीक्षाओं में अब अति लघु उत्तरीय सवाल नहीं रहेंगे। पहले इस पर आधारित 20 अंक के प्रश्न पूछे जाते थे। इसके अनुसार 100 नंबर के पेपर में 2 अंक के 10 प्रश्न रहते थे। इसी तरह दीर्घ उत्तरीय सवाल अब 50 नंबर के होंगे। पहले यह 30 अंक के थे। हालांकि, पहले दीर्घ उत्तरीय सवालों के जवाब 150 शब्दों में देने पड़ते थे, अब 350 शब्द लिखने पड़ेंगे। इसी तरह शार्ट आंसर वाले प्रश्नों में भी शब्दों की संख्या 75 से बढ़ाकर 100 की गई है।