INDORE. इंदौर के बाणगंगा थाने में एक दुकान संचालक के साथ अमानवीयता का मामला सामने आया है। पुलिस पर आरोप है कि दुकान से दो गैस टंकियां जब्त करने के बाद थाने में दुकानदार की निर्ममता से पिटाई की गई। पीड़ित की शिकायत में एक सब इंस्पेक्टर और एक सिपाही का नाम सामने आया है।
15 दिन पुरानी है घटना
शिकायत में बताया गया है कि बाणगंगा थाने की पुलिस ने चैकिंग के दौरान दुकान संचालक के पास से गैस की दो टंकियां बरामद की थी। पुलिस का आरोप था कि गैस टंकियां अवैध रूप से बेची जा रही थीं, जबकि शिकायतकर्ता का कहना है कि जबरन वसूली के लिए पुलिस ने उस पर केस लादा है। परिवार के आयोजन के लिए ये टंकियां मंगवाई थीं। पुलिस ने मुझसे 14,700 रुपए छीने और बर्बरता से मारपीट की। दुकानदार की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर ने एसीपी को मामले की जांच सौंपी है। दूसरी तरफ जिन पुलिस कर्मियों पर आरोप लग रहा है उनका कहना है कि जो कुछ किया वो टीआई के कहने पर किया था।
टीआई ने छोड़ने दिए थे निर्देश
बालू सिंह नाम के शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में बताया है कि 28 अगस्त को वह ऑटो रिक्शा से दो गैस की टंकियां लेकर घर जा रहा था। रास्ते में चेकिंग के दौरान एसआई संजय भदौरिया और सिपाही अमित त्रिपाठी ने ऑटो रोका और टंकी ब्लैक करने का आरोप लगाते हुए उसकी जेब में रखे 14 हजार 7 सौ रुपए छीन लिए। थाने लाकर बुरी तरह पिटाई की। शराब का केस बनाकर जेल भेजने की धमकी दी। जब टीआई नीरज बिरथरे थाने पहुंचे तो मैने बताया कि बिना कारण मुझे गिरफ्तार किया गया है। टीआई ने मुझे बिना कोई कार्रवाई छोड़ देने के निर्देश दोनों को दिए थे। लेकिन उसके बाद भी दोनों मुझे लॉकअप में ले गए और बर्बरता से पिटाई की।
एसआई की सफाई-आदतन अपराधी है शिकायतकर्ता
बर्बरता से पिटाई के आरोप जिन एसआई पर लगे हैं, उनका कहना है कि बालू सिंह आदतन अपराधी है, वह पहले भी देह व्यापार के मामले में पकड़ा जा चुका है। एसआई संजय भदौरिया का कहना है कि वे ना तो बालू सिंह को थाने लेकर आए और न ही पूछताछ की। उसने मेरा नाम शिकायत में क्यों लिया है यह पता नहीं।