मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार, 8 अगस्त को बेंगलुरु में निवेशकों और उद्योगपतियों से संवाद किया।
कर्नाटक की 11 दिग्गज कंपनियों ने MP में तीन हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव दिए हैं। 4 ने MOU साइन भी किए।
मध्य प्रदेश की निवेश प्रोत्सान नीति, औद्योगिक विकास की संभावनाओं और उपलब्ध संसाधनों से अवगत कराया।
संवाद में कर्नाटक की दिग्गज कंपनियों के प्रतिनिधि और औद्योगिक संगठन शामिल हुए।
मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने इंडिया इलेक्ट्रॉनिक्स सेमीकंडक्टर एसोसिएशन (आईईएसए), टाई ग्लोबल, इलेक्ट्रॉनिक इंडस्टरीज एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (ईएलसीआईएनए)और एसोसिएशन ऑफजियो स्पेशियल इंडस्ट्रीज (एजीआई) के बीच एमओयू साइन किए हैं।
कर्नाटक की 11 बड़ी कंपनियों ने मध्य प्रदेश में 3 हजार करोड़ के निवेश की इच्छा जताई है। इन्वेस्ट-मध्यप्रदेश के इंटरैक्टिव सेशन में गुरुवार को लेप इंडिया, एजीआई ग्लास पैक, कोका-कोला, पूर्वाषा ग्रुप, मेटेक्नो, थियगाराजन मिल्स, प्रिंट प्वाइंट फॉर्म पैकेजिंग, फीदरलाइट इंडिया, एसआरवी नीट टेक प्राइवेट लिमिटेड, केनेस टेक्नोलॉजी और एसके मिल्स ने निवेश की इच्छा जताई है।
कंपनियां इलेक्ट्रिकल, मैन्युफैक्चरिंग, फूड प्रोसेसिंग, मेटल सेक्टर, टेक्सटाइल, पैकेजिंग एवं आईटी इत्यादि सेक्टर में निवेश किया जाएगा। इन कंपनियों के आने से राजगढ़, ग्वालियर, उज्जैन, धार (पीथमपुर) और भोपाल के आस-पास के क्षेत्र में लोगों को रोजगार प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि दुनिया में भारत की पहचान उद्यमशीलता, बौद्धिकता, कल्पनाशीलता और व्यावसायिक निपुणता है। प्रधानमंत्री मोदी ने उपलब्ध संसाधनों और बौद्धिक क्षमता के बल पर विश्व की पहली 5 अर्थव्यवस्थाओं में स्थान दिलाया है। यह प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और विजन का परिणाम है। उद्योगपतियों का भी विशेष योगदान है।
सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने युवा उद्यमियों को प्रोत्साहन स्वरूप उपयुक्त सहायता व मार्गदर्शन कराती है। यही कारण है कि सभी सेक्टर में समान रूप से प्रगति हुई है। सरकार व्यापार-व्यवसाय के लिए जरूरी व्यवस्थाएं करने को तत्पर है। उद्योगपतियों द्वारा मध्यप्रदेश में किया गया निवेश निश्चित ही अधिकाधिक रिटर्न देगा।
कृषि में मध्यप्रदेश का सर्वाधिक ग्रोथ रेट रहा है। गेहूं उपार्जन के साथ मध्यप्रदेश दलहन उत्पादन में भी अग्रणी हैं। उद्यानिकी क्षेत्र में भी प्रदेश ने अच्छी प्रगति की है। प्रदेश में सभी क्षेत्रों में उद्योग स्थापित करने की पर्याप्त संभावनाएं हैं।