प्रदीप मिश्रा की कथा सुनने आ रहे श्रद्धालु को अब होगी आसानी, आज से तीन दिन तक 2 फेरे लेगी मेमू ट्रेन
खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने जीएम मुंबई और डीआरएम भुसावल को पत्र भेजा था। मांग की थी कि ओंकारेश्वर में आयोजित महाशिवपुराण कथा में खंडवा क्षेत्र की जनता को आने-जाने की सुविधा दी जाए। इसलिए मेमू ट्रेन का परिचालन चालू रखने की मांग की थी।
खंडवा जिले के तीर्थ स्थल ओंकारेश्वर क्षेत्र में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा ( Pandit Pradeep Mishra ) चल रही है। मिश्रा की शिव महापुराण कथा ( Shiva MahaPurana Katha ) के लिए 25 एकड़ में विशाल वाटरप्रूफ पंडाल लगाया गया है। कथा सुनने के लिए लाखों भक्त आ रहे हैं। वहीं भीड़ को देखते हुए खंडवा सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने सेंट्रल रेलवे जीएम आरके यादव और भुसावल डीआरएम इति पांडे को पत्र लिखकर 15 तारीख तक खंडवा-सनावद मेमू ट्रेन को नियमित चलाने की मांग की थी। अब रेलवे ने इसको लेकर मंजूरी दे दी है।
वहीं सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कथा का समय दोपहर 1 बजे से 4 बजे तक देखते हुए इस ट्रेन को वापसी में सनावद से शाम के समय रवाना करने की भी मांग रखी थी। इसे सेंट्रल रेलवे और वेस्टर्न रेलवे ने मंजूरी देकर इस ट्रेन को 13 से 15 जून तक 2 फेरे परिचालन का फैसला लिया है।
मेमू ट्रेन के 2 फेरे
पहला फेरा- खंडवा से सुबह 9 बजे रवाना होकर 10.30 बजे सनावद पहुंचेगी। सनावद से वापसी दोपहर 1 बजे निकलकर खंडवा 2.30 बजे आएगी।
दूसरा फेरा- खंडवा से दोपहर 3 बजे निकलकर सनावद 4.30 बजे पहुंचेगी। वापसी में सनावद से 5 बजे निकलकर 6.30 बजे खंडवा आएगी।
भारी वाहनों पर प्रतिबंध
पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा 15 जून तक चलेगी। रोज दोपहर एक से शाम चार बजे तक कथा सुनाई जा रही है। इस दौरान इंदौर हाईवे पर देशगांव तक भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। कथा में आने वाले भक्तों के लिए मोरटक्का से ओंकारेश्वर रोड की ओर से आवागमन की व्यवस्था की गई है। इंदौर से आने वाले भारी वाहन सिमरोल, तेजाजी नगर से खलघाट, खरगोन होकर देशगांव से निकल रहे है। इंदौर - इच्छापुर मार्ग पर इंदौर से देशगांव तक भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाया है।
श्रद्धालुओं का सैलाब
कथा के लिए मोरटक्का रोड पर थापना में पंडाल बना है। शिवपुराण कथा सुनने के लिए रोज करीब दो लाख श्रद्धालु आ रहे हैं। यहां से कई श्रद्धालु तीर्थ नगरी ओंकारेश्वर भी जा रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस ने पार्किंग के लिए मोरटक्का चौराहा से एक्वाडक्ट के बीच दो पार्किंग बनाई है। कथा स्थल के पास भी एक पार्किंग है। कोठी हेलीपैड भी पार्किंग के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। कुल 10 जगह पार्किंग बनाई गई है।