RAIPUR. करीब 500 बरस के बाद भगवान राम अयोध्या में अपनी जन्मभूमि में पुनः स्थापित होंगे। इस अवसर पर अयोध्या में 22 जनवरी से बड़ा आयोजन होने जा रहा है। आयोजन में लगातार 3 महीने तक आने वाले श्रद्धालुओं को छत्तीसगढ़ से भेजे गए चावल से बना भोजन नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद ने भांजे राम के लिए मायरा भेजने की व्यवस्था की है। इसके लिए छत्तीसगढ़ के राइस मिलर्स को जिम्मेदारी सौंपी गई है ।
चावल की पहली खेप 15 दिसंबर को रवाना होगी
विश्व हिंदू परिषद ने राम लला के प्राणप्रिष्ठा के अवसर पर होने वाले आयोजन के लिए चावल की व्यवस्था करने के लिए छत्तीसगढ़ राइस मिलर्स एसोसिएशन को पत्र लिखा है। राइस मिलर्स एसोसिएशन इस काम में जुट गया है। अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने सभी मिलर से संबंध में चर्चा करके अलग-अलग इलाकों में पैदा होने वाली अलग-अलग वैरायटी के चावल की व्यवस्था की है। प्रदेश के 2000 से अधिक राइस मिलर्स ने करीब साढे़ चार सौ टन चावल अलग-अलग वैरायटी के गाड़ियों में भरकर अयोध्या भेजने की तैयारी की है। जानकारी के मुताबिक चावल की पहली खेप 15 दिसंबर को यहां से रवाना होगी।
35 लाख लोग हो सकेंगे एकत्रित
22 जनवरी को होने वाले आयोजन को लेकर छत्तीसगढ़ में भी व्यापक तैयारी हो रही है। भांजे राम के प्राण प्रतिष्ठा के विशेष अवसर पर छत्तीसगढ़ में विशेष स्थानों पर 35 लाख लोगों को एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है। जिस समय अयोध्या में प्राणप्रतिष्ठा शुरू होगी। उस समय राम लला के ननिहाल में 35 लाख लोग अलग जगहों पर भजन कीर्तन करते रहेंगे।
अक्षत देकर करेंगे लोगों को आमंत्रित
लोगों को आमंत्रित करने के लिए अयोध्या से अक्षत कलश छत्तीसगढ़ पहुंच चुका है। 1 जनवरी से विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता 19,000 से अधिक गांव में, हर घर में जाकर राम जन्मभूमि की तस्वीर के साथ अयोध्या से आया अक्षत देकर लोगों को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित करेंगे। लोक को निमंत्रण देने का सिलसिला 22 जनवरी तक चलेगा। 22 को करीब 5 घंटे पूरा प्रदेश भक्तिमय रहेगा।