कंगाल पाकिस्तान को ब्रिक्स समूह में नहीं मिली एंट्री, चीन-रूस ने भी छोड़ दिया साथ, पाक बोला- हम उत्सुक नहीं

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The Sootr CG
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कंगाल पाकिस्तान को ब्रिक्स समूह में नहीं मिली एंट्री, चीन-रूस ने भी छोड़ दिया साथ, पाक बोला- हम उत्सुक नहीं

NEW DELHI. दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में संपन्न हुए ब्रिक्स सम्मेलन में छह नए देशों को एंट्री मिल गई है। 1 जनवरी 2024 से ईरान, अर्जेंटीना, इथियोपिया, इजिप्ट, ईरान, यूएई और सऊदी अरब ब्रिक्स समूह के सदस्य बन जाएंगे, लेकिन इसमें पाकिस्तान का नाम शामिल नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक, सम्मेलन से पहले 40 से अधिक देशों ने ब्रिक्स में शामिल होने की इच्छा जताई थी, जबकि 22 देशों ने औपचारिक रूप से शामिल करने के लिए कहा था। दरअसल, पहले कई बार पाकिस्तान ने इस समूह में शामिल होने के लिए चीन और रूस से सिफारिश की थी, लेकिन भारत के विरोध को देखते हुए समूह में पाकिस्तान को शामिल न करते हुए अन्य देशों को शामिल किया गया है। 





पाक बोला- हमने नहीं किया आधिकारिक अनुरोध





दूसरी ओर, पाकिस्तान ने ब्रिक्स से मिली उपेक्षा को नजरअंदाज करने के लिए खुद का बचाव किया है। पाकिस्तान ने कहा है कि उसने अभी तक इसमें शामिल होने के लिए औपचारिक अनुरोध नहीं किया है। इसके साथ ही यह भी कहा है कि पिछले कुछ सालों में ब्रिक्स समूह ने अपने विस्तार की घोषणा करते समय इस्लामाबाद को काफी नजरअंदाज किया था, इसलिए इसमें शामिल होने के लिए खास उत्सुक नहीं थे।





ब्रिक्स के साथ जुड़ाव के बारे में लेंगे निर्णय





पाकिस्तान की विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने विकासशील देशों के समूह के नए देशों को शामिल करने के एक दिन बाद शुक्रवार (25 अगस्त) की रात को अपनी साप्ताहिक ब्रीफिंग का विवरण जारी किया। इसमें बलूच ने कहा है कि हम नवीनतम गतिविधियों की जांच करेंगे और ब्रिक्स के साथ अपने भविष्य के जुड़ाव के बारे में निर्णय लेंगे।





पाकिस्तान बहुपक्षवाद का प्रबल समर्थक





मुमताज जहरा बलूच ने नजरअंदाज के सवाल का जवाब देते हुए कहा, पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स के विकास का अनुसरण किया और समावेशी बहुपक्षवाद के प्रति अपने खुलेपन पर भी ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बहुपक्षवाद का प्रबल समर्थक है और कई बहुपक्षीय संगठनों के सदस्य के रूप में उसने हमेशा वैश्विक शांति और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।





देशों के बीच शांति को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की अहम भूमिका





पाकिस्तान की प्रवक्ता ने पाकिस्तान को एक महत्वपूर्ण विकासशील देश बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने दक्षिण के देशों के बीच शांति, एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय सहयोग की भावना को बढ़ावा देने और समावेशी बहुपक्षवाद को पुनर्जीवित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने प्रयास जारी रखेंगे।





ब्रिक्स में सदस्यीय देशों की संख्या हुई ग्यारह





शुरुआत में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका से बने ब्रिक्स ने बड़ा विस्तार किया है। अब इस समूह में सदस्यों की संख्या 11 हो गई है, जिससे यह वैश्विक दक्षिण का अधिक प्रतिनिधि बन गया है। नई सदस्यता 1 जनवरी, 2024 से प्रभावी होगी। इस विस्तार के साथ, दुनिया के नौ सबसे बड़े तेल उत्पादकों में से छह अब ब्रिक्स का हिस्सा हैं।



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