DELHI. अडानी समूह के शेयरों में इस हफ्ते शानदार तेजी के बाद अडानी समूह की कंपनियों में एलआईसी का निवेश फिर से मुनाफे में लौट आया है। अडानी स्टॉक्स में एलआईसी के निवेश का वैल्यूएशन 39,000 करोड़ रुपए पर आ चुका है जो इस हफ्ते की शुरुआत में घटकर 32,000 करोड़ रुपए के करीब गिर चुका था। बीते चार दिनों में अडानी समूह के शेयरों में आई तेजी के बाद एलआईसी को सबसे बड़ी राहत मिली है जो अपने निवेश को लेकर विपक्षी दलों के निशाने पर है।
एलआईसी के निवेश का वैल्यू 57,142 करोड़ रुपए पर घटकर आ गया था
इससे पहले एलआईसी ने जनवरी 2023 के आखिर में कहा था कि बीमा कंपनी ने अडानी समूह की कंपनियों में कुल 30,127 करोड़ रुपए का निवेश किया हुआ है। 27 जनवरी को एलआईसी के निवेश का वैल्यू 57,142 करोड़ रुपए पर घटकर आ गया था, जबकि हिंडनबर्ग के रिपोर्ट के आने से पहले अडानी समूह के शेयरों में एलआईसी के निवेश का वैल्यू 82000 करोड़ रुपए हुआ करता था। लेकिन एक अनुमान के मुताबिक फरवरी महीने की 27 तारीख तक वैल्यू घटकर 32,000 करोड़ रुपए के करीब आ गई थी।
एसबी अडानी फैमिली ने 21 करोड़ शेयर्स ब्लॉक डील में बेचे हैं
लेकिन अमेरिका बेस्ड प्राइवेट इक्विटी फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स ने ब्लॉक डील में अडानी समूह की चार कंपनियों के शेयर्स 15,446 करोड़ रुपए में गुरुवार को खरीदे जिसके बाद से समूह के शेयरों में शानदार तेजी आई है। अडानी समूह की प्रमोटर कंपनी एसबी अडानी फैमिली ने 21 करोड़ शेयर्स ब्लॉक डील में बेचे हैं। इस डील के चलते एलआईसी के अडानी समूह की कंपनियों में निवेश के वैल्यू में बढ़ोतरी आई है। अब एलआईसी के निवेश का वैल्यू 39,000 करोड़ रुपये पर जा पहुंचा है। हालांकि, 24 जनवरी के मुकाबले अभी भी ये 44,000 करोड़ रुपये कम है. वहीं अडानी समूह की स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड सभी कंपनियों के मार्केट कैप में 68,200 करोड़ रुपए से ज्यादा का उछाल आया है।
अडानी पोर्ट्स में एलआईसी की 9.14 फीसदी हिस्सेदारी है
बीएसई के डाटा के मुताबिक एलआईसी के पास अडानी इंटरप्राइजेज की 4.23 फीसदी, अडानी ट्रांसमिशन में 3.65 फीसदी, अडानी टोटल गैस में 5.96 फीसदी और अडानी ग्रीन एनर्जी में 1.28 फीसदी हिस्सेदारी है। अडानी समूह की सीमेंट कंपनियों में भी एलआईसी का एक्सपोजर है। अंबिजा सीमेंट में 6.33 फीसदी और एसीसी में 6.41 फीसदी हिस्सेदारी एसआईसी के पास है। अडानी पोर्ट्स में एलआईसी की 9.14 फीसदी हिस्सेदारी है। या डाटा 31 दिसंबर 202 तक का है।