BHOPAL. देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर हमेशा से कुछ न कुछ नवाचार करने वाले शहरों में शुमार है। इंदौर में यही नवाचार एक बार फिर किया गया है। यहां अब अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज पर विश्राम बाग में 21 टन लोहे के कबाड़ से राम मंदिर की प्रतिकृति तैयार की गई है। इसे बनाने में पांच मुस्लिम कारीगरों का विशेष योगदान रहा है।
27 फीट ऊंची, 26 फीट चौड़ी और 40 फीट लंबी प्रतिकृति
इस मंदिर की प्रतिकृति को 21 टन लोहे के स्क्रैप से तैयार किया है। इसकी ऊंचाई 27 फीट, चौड़ाई 26 फीट और लंबाई 40 फीट है। वहीं 20 मजदूरों ने तीन महीने दिन रात काम किया और इसे तैयार किया। इस प्रतिकृति को तैयार करवाने वाले इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि, वेस्ट टू आर्ट और स्पेशली आयरन स्क्रैप से भगवान श्री राम के अयोध्या में बनने वाले मंदिर की प्रतिकृति बनाने का काम किया गया है। मुझे लगता है कि दुनिया में यह ऐसी पहली प्रतिकृति होगी जो 21 टन आयरन स्क्रैप से बनी है। इस प्रतिकृति में इलेक्ट्रिसिटी के पोल, बगीचों में से निकलने वाले झूलों का स्क्रैप, गाड़ियों के नट बोल्ट के बेस को यूज किया गया है।
इंदौर के विश्राम बाग में बनाया गया है
महापौर ने कहा कि इसको इंदौर के विश्राम बाग में बनाया गया है, जो अपने आप में बहुत भव्यता-दिव्यता और भगवान श्री राम का संदेश लिए हुए हैं, जो पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का काम कर रहा है। विशेष तौर पर इंदौर के लिए जिसने हमेशा से वेस्ट पर बहुत काम किया है। 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम लाल अपने मंदिर में विराजेंगे। वहीं इस मंदिर की पूरी प्रतिकृति अभी अयोध्या में नहीं बनी है, लेकिन इंदौर में इस स्वरूप में आयरन बेस से बनकर तैयार है और बहुत ही मनोरम लग रही है।