BJP नेताओं की बेटियां मुस्लिम से शादी करें तो लव, दूसरों की करें तो जिहाद, CM भूपेश के दावे की पड़ताल करके द सूत्र ने जानी हकीकत

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Sunil Shukla
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BJP नेताओं की बेटियां मुस्लिम से शादी करें तो लव, दूसरों की करें तो जिहाद, CM भूपेश के दावे की पड़ताल करके द सूत्र ने जानी हकीकत

RAIPUR. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार, 12 अप्रैल को बीजेपी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि 'वे लव जिहाद की बात करते हैं। बीजेपी के बड़े नेताओं की बात करें, तो सबकी बेटियों ने किसके साथ शादी की है, मुसलमानों से। ये लव जिहाद नहीं है?' छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े बीजेपी नेता की बेटी पता नहीं कहां है, उनसे पूछें। वो लव जिहाद नहीं है। इनकी बेटियां करें तब लव, दूसरे की करें तो जिहाद।' सीएम बघेल के इस दावे की हकीकत परखने के लिए द सूत्र ने छानबीन कर बीजेपी के ऐसे बड़े नेताओं के नाम तलाशने की मशक्कत की जिनकी बेटियों ने किसी मुस्लिम से शादी को हो, लेकिन सुब्रमण्यम स्वामी को छोड़कर बीजेपी के अन्य किसी बड़े नेता का ऐसा उदाहरण नहीं मिला जिनकी बेटी ने किसी मुस्लिम से शादी की हो।



कितना सही है सीएम भूपेश बघेल का दावा



आइए पहले उन मामलों पर नजर डालते हैं जिनके उदाहरण देकर दावा किया जाता है कि बीजेपी के इन बड़े नेताओं की बेटियों ने मुस्लिम व्यक्तियों से शादी की है। इनमें बीजेपी के बड़े नेता मुरली मनोहर जोशी से लेकर बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और उप प्रधानमंत्री रहे लालकृष्ण आडवाणी की बेटी और विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया से लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक मोहन भागवत के परिजन तक का नाम लिया जाता है, लेकिन यदि हम इन सभी की बेटियों और अन्य महिला परिजनों की मुस्लिमों से शादी के दावों की सच्चाई की पड़ताल करें तो पता चलता हैं कि ये महज अफवाहें ही हैं। इनका हकीकत से कोई सरोकार नहीं है। इन सभी नेताओं में सिर्फ सुब्रमण्यम स्वामी ही बीजेपी के ऐसे एकमात्र बड़े नेता हैं जिनकी बेटी सुहासिनी ने एक मुस्लिम से विवाह किया है। आइए आपको एक-एक उदाहरण के साथ समझाते हैं कि इस बारे में क्या दावा किया जाता है और उसकी हकीकत क्या है। 



दावा 1- मुरली मनोहर जोशी की बेटी रेणु की शादी शाहनवाज हुसैन से हुई।

 




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सोशल मीडिया पर वायरल फोटो में दावा किया जाता है कि ये मुरली मनोहर जोशी के बेटी-दामाद हैं जबकि ये बिहार के बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन और उनकी पत्नी रेणु शर्मा हैं।





हकीकत- आमतौर पर सोशल मीडिया में चलाई जाने वाली इस तरह की अफवाहों में  पहला नाम बीजेपी के वयोवृद्ध नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी की बेटी रेणु जोशी का लिया जाता है। दावा किया जाता है कि रेणु ने शाहनवाज हुसैन से शादी की है। जबकि हकीकत ये है कि डॉ. मुरली मनोहर जोशी की 2 बेटियों में से किसी का भी नाम रेणु नहीं है। उनकी एक बेटी का नाम निवेदिता और दूसरी का प्रियंवदा जोशी है। बिहार के बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन की पत्नी का नाम रेणु शर्मा है।



दावा  2- आडवाणी की बेटी रोशनी ने सलीम और भतीजी प्रतिभा ने हुसैन से शादी की।

 




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पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और उनकी बेटी प्रतिभा आडवाणी





हकीकत- दूसरा दावा बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की बेटी और भतीजी के बारे में किया जाता है। उनके बारे में ये अफवाह फैलाई जाती है कि उनकी बेटी रोशनी ने किसी सलीम नाम के युवक से, जबकि उनकी भतीजी प्रतिभा ने किसी हुसैन नाम के व्यक्ति से शादी की है। इस दावे की हकीकत यह है कि आडवाणी के 2 बच्चे हैं और इनका नाम प्रतिभा और जयंत आडवाणी है। मतलब रोशनी नाम की उनकी कोई बेटी नहीं है। प्रतिभा आडवाणी के बारे में जानकारी तलाशने पर ये बात सामने आती है कि उनकी शादी अहमदाबाद में एक बड़े होटल कारोबारी कैलाश थाडानी से हुई थी। हालांकि शादी के कुछ साल बाद ही वे दोनों अलग हो गए।



दावा 3- भागवत की भतीजी उर्मिला की शादी मोहसिन से हुई।




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फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर अपने पति मोहसिन अख्तर मीर के साथ, लेकिन उनका मोहन भागवत से कोई पारिवारिक रिश्ता नहीं है।




हकीकत- सोशल मीडिया पर एक अन्य अफवाह में फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर को सरसंघचालक मोहन भागवत की भतीजी और उनके पति का नाम मोहसिन बताया जाता है। हकीकत ये है कि उर्मिला का भागवत से कोई पारिवारिक रिश्ता नहीं है। खुद उर्मिला भी इसे कई बार निराधार बता चुकी हैं। दरअसल, उन्होंने 2016 में अपनी उम्र से करीब 10 साल छोटे कश्मीरी कारोबारी कारोबारी मोहसिन अख्तर मीर से शादी की थी। उनके बारे में ये अफवाह भी फैलाई गईं की शादी के बाद उर्मिला ने धर्म बदलकर अपना नाम पर फरजाना खान या मरियम अख्तर मीर कर लिया है। ये अफवाह 2019 में उनके कांग्रेस में शामिल होने के बाद और तेजी से फैलाई गई।



दावा 4- तोगड़िया की बेटी की शादी अशफाक मीर से हुई।



हकीकत- विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे प्रवीण प्रवीण तोगड़िया के बारे में भी इस तरह की अफवाह फैलाई जाती है। इस बारे में समय-समय पर वायरल किए जाने वाले पोस्टर में दावा किया जाता है कि उनकी बेटी ने किसी अशफाक मीर नाम के व्यक्ति से शादी की है, जबकि हकीकत में इसका कोई प्रमाण नहीं हैं।



दावा 5- स्वामी की बेटी सुहासिनी की शादी नदीम हैदर से।



हकीकत- ये सही है कि बीजेपी के बड़े नेता सुब्रमण्यम स्वामी की बेटी सुहासिनी ने पूर्व भारतीय राजदूत सलमान हैदर के बेटे नदीम हैदर से शादी की है। वे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपना नाम सुहासिनी हैदर ही लिखती हैं। जब सुब्रमण्यम स्वामी को उनकी बेटी की मुस्लिम से शादी के लिए सोशल मीडिया में ट्रोल किया गया तो उन्होंने अपनी बेटी के फैसले का समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि उनकी दोनों बेटियों गीतांजलि और सुहासिनी की ऐसी परवरिश हुई है कि वे 21 साल की उम्र के बाद अपने फैसले खुद ले सकें।



इन नेताओं ने शादी के लिए तोड़ी धर्म की दीवार




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राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुख अब्दुल्ला की बेटी सारा से शादी की है।




भारतीय राजनीति में कई नेताओं ने शादी के लिए धर्म की दीवार तोड़ी है। इनमें से कई के घरों में दामाद या बहू दूसरे धर्म से आए हैं। इनमें जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला भी शामिल हैं। उनके दामाद हिंदू हैं। फारुख की बेटी सारा अब्दुल्ला ने कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे और राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से शादी की है।




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बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी और उनकी पत्नी सीमा नकवी




बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी की पत्नी और बहू दोनों ही हिंदू हैं। मुख्तार की पत्नी का नाम सीमा नकवी है। उनके बेटे अरशद ने भी अपने लिए पत्नी के रूप में हिंदू को ही चुना है। उनकी पत्नी यानी मुख्तार की बहू का नाम सुमाना नकवी है।




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TMC की नेता और एक्ट्रेस नुसरत जहां ने हिंदू बिजनेसमैन निखिल जैन से शादी की थी।




पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) की नेता और एक्ट्रेस नुसरत जहां ने भी हिंदू बिजनेसमैन निखिल जैन के साथ शादी की थी। हालांकि बाद में दोनों ने अलग होने का फैसला किया।



सोशल मीडिया की अफवाहों को बयानों में शामिल करना सही नहीं



आपको बता दें कि सीएम भूपेश ने जो बयान दिया है वो सोशल मीडिया की देन है। छुटभैया नेता सोशल मीडिया में चल रहे ऊल-जुलूल तथ्यों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे एक गंभीर नेता को बिना प्रमाणिक तथ्यों के सिर्फ सोशल मीडिया की अफवाहों के आधार पर बयान देना शोभा नहीं देता। उम्मीद है कि वे आगे से ऐसा करने से बचेंगे।


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