अविनाश नामदेव, VIDISHA. विदिशा जिले की शमशाबाद तहसील के ग्राम सकतपुर में एक दिव्यांग पिछले दो साल से प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्के मकान के लिए दो साल से भटक रहा है। लिस्ट में नाम होने के बाद भी उसे योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। पंचायत में सचिव और सरपंच से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक कोई सुनवाई न होने के बाद पैरों से लाचार ये बुजुर्ग कलेक्टर से गुहार लगाने के लिए ट्राइसिकिल से करीब 45 किलोमीटर दूर विदिशा का चक्कर भी काट चुका है। लेकिन कच्ची झोपड़ी रहने को मजबूर इस दिव्यांग को हर बार उसे सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है पक्का मकान नहीं।
शिब्बू अहिरवार चक्कर काटने को मजबूर
शमशाबाद तहसील की पंचायत मोही के ग्राम मोही में रहने वाले शिब्बू अहिरवार दोनों पैरों से लाचार होने के कारण चल नहीं पाते। कहीं आने-जाने के लिए उन्हें ट्राइसिकिल का सहारा लेना पड़ता है। वे अपनी पत्नी के साथ कच्ची झोपड़ी में रहते हैं और 2017 से प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्का मकान मंजूर कराने के लिए सरपंच और पंचायत सचिव के चक्कर काट रहे हैं। पहले तो उन्हें सूची में नाम जुड़वाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी। जैसे तैसे दो साल पहले सूची में नाम जुड़ा तो अब उनका आवेदन (126960721) मंजूर नहीं हो रहा है। इस बारे में पंचायत सचिव से सवाल करने पर जवाब मिलता है कि किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण उनका आवेदन मंजूर नहीं हो पा रहा है।
पंचायत में नहीं हुई सुनवाई तो कलेक्टर से गुहार
पंचायत के स्तर पर सुनवाई न होने पर शिब्बू विगत 9 नवंबर को अपने गांव से ट्राइसिकिल चलाते हुए करीब 45 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय विदिशा पहुंचे। यहां उन्होंने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव से मिलकर उन्हें अपनी परेशानी बताई। कलेक्टर को लिखित आवेदन सौंपते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना का आवेदन जल्द स्वीकृत करने की गुहार लगाई। शिब्बू की फरियाद सुनकर कलेक्टर ने उनके दस्तावेजों की जांच कराने का निर्देश देते हुए पक्का आवास मंजूर कराने का भरोसा दिलाया।
सभी दस्तावेज जमा कराने के बाद भी आवेदन मंजूर नहीं- शिब्बू अहिरवार
शिब्बू अहिरवार का कहना है कि पंचायत सचिव के पास सभी दस्तावेज जमा कराने के बाद भी उनका आवेदन मंजूर न होने पर उन्होंने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन यानी 181 पर भी दर्ज कराई। इस पर नटेरन से कुछ अधिकारी और कर्मचारी पूछताछ करने आए और पंचनामा तैयार कर मुझसे दस्तखत करने का बोले लेकिन मैंने मना कर दिया। मैंने साफ कर दिया कि जब तक मेरे खाते में आवास का पैसा नहीं आएगा मैं दस्तखत नहीं करूंगा।
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पंचायत सचिव बोले- तकनीकी गड़बड़ी की वजह से परेशानी
प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभ के लिए जरूरी सभी दस्तावेज जमा कराने के बाद भी शिब्बू अहिवार का आवेदन मंजूर नहीं होने के बारे में द सूत्र संवाददाता ने ग्राम पंचायत मोही के सचिव रवींद्र यादव से चर्चा की। उन्होंने बताया कि आवेदक के दस्तावेज जनपद कार्यालय में जमा करा दिए गए हैं। उनका आवास योजना की सूची में शामिल है लेकिन इसके पोर्टल में किसी तकनीकी गड़बड़ी के कारण उनका मंजूर नहीं हुआ है। जैसे ही तकनीकी गड़बड़ी दूर होगी उन्हें आवास मंजूर हो जाएगा।
पूरे मामले में कलेक्टर ने क्या कहा
शिब्बू अहिरवार के मामले में विदिशा के कलेक्टर उमाशंकर भार्गव से बात करने पर उन्होंने बताया कि उनका नाम आवास प्लस की सूची में शामिल है। इस सूची में वरिष्ठता के आधार पर हितग्राहियों को आवास मंजूर किए जा रहे हैं। सूची में जिनका नाम ऊपर है, पहले उन्हें आवास दिए जाएंगे। इसके बाद नीचे वालों का नंबर आएगा।