मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान विधानसभा के पहले सत्र के पहले दिन चुनाव जीत कर आए 199 विधायकों में से 191 ने शपथ ले ली। बाकी बचे आठ विधायक अब गुरुवार को शपथ लेंगे और इसी दिन स्पीकर का चुनाव भी होगा। स्पीकर पद के लिए वासुदेव देवनानी ने बुधवार को नामांकन भर दिया है और उनका निर्विरोध निर्वाचन तय है। दरअसल, क्योंकि किसी और विधायक ने नामांकन दाखिल नहीं किया है। वहीं संसद में विपक्षी सांसदों के निलंबन पर विरोध जताने के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित सभी कांग्रेस विधायक काली पट्टी बांधकर सदन में पहुंचे। शपथ के दौरान विधानसभा के पहले दिन विधायक निराले अंदाज में पहुंचे। जयपुर की हवामहल सीट से विधायक चुने गए बालमुकुंदाचार्य हनुमानजी की गदा लेकर विधानसभा पहुंचे, तो बयाना से निर्दलीय विधायक ऋतु बनावत ट्रैक्टर चलाकर विधानसभा पहुंची। वहीं, बीकानेर पश्चिम से विधायक जेठानंद व्यास बाइक पर विधानसभा आए। आदिवासी क्षेत्र से आने वाले कई विधायक आदिवासी वेशभूषा पहनकर विधानसभा पहुंचे।
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने नए विधायकों के शपथ ग्रहण के लिए दो दिन का सत्र आहूत किया था। ऐसी सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन भी होना है। सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ की अध्यक्षता में करीब 3 घंटे सत्र चलने के बाद विधानसभा की कार्यवाही गुरुवार दोपहर ढाई बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। आज सीएम सहित 191 विधायकों ने शपथ ली। 8 विधायकों की शपथ बाकी है, जिनमें 5 बीजेपी और 3 कांग्रेस विधायक हैं। शपथ के दौरान राजस्थानी भाषा में शपथ लेने को लेकर कुछ विवाद भी हुआ वहीं कई विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली इनमें कांग्रेस के मुस्लिम विधायक जुबेर खान निर्दलीय यूनुस खान भी शामिल थे।
कांग्रेस का विरोध
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शपथ लेने वाली डायस से ही सांसदों के निलंबन का विरोध किया। उन्होंने कहा कि मैं और मेरी पार्टी देश में प्रजातंत्र की हत्या का विरोध करते हैं। इस पर प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने खड़े होकर कहा कि इसकी अनुमति नहीं है। इसके बाद इसे सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया।
इन्हें लेना है शपथ:
बीजेपी के 5 विधायक, जिनकी शपथ बाकी: तिजारा से विधायक महंत बालकनाथ, नदबई से विधायक जगत सिंह, बांदीकुई से विधायक भागचंद टाकड़ा, निंबाहेड़ा से विधायक श्रीचंद कृपलानी, वैर से बहादुर सिंह कोली।
इन 3 कांग्रेस विधायकों की शपथ बाकी : बागीदौरा से विधायक महेंद्रजीत मालवीय, दांतरमगढ़ के विधायक वीरेंद्र सिंह और रायसिंह नगर विधायक सोहनलाल नायक।
राजस्थानी में शपथ लेने की अनुमति नहीं मिली
कई विधायकों ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने की कोशिश की, लेकिन नियमों का हवाला देकर प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने इसकी अनुमति नहीं दी। कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी को राजस्थानी में शपथ लेने पर सराफ ने टोका तो भाटी ने कहा कि नोटिस में डाला था, मेल किया था। विपक्षी विधायकाें ने टोका तो उन्होंने कहा कि राजस्थानी भाषा अपना गर्व है, आप ऐसे ही किसी को नहीं टोक सकते हो। इस पर सराफ ने नियमों का हवाला दिया, तब भाटी ने हिंदी में शपथ ली।
वहीं, सूरतगढ़ से कांग्रेस विधायक डूंगराराम गेदार ने राजस्थानी भाषा में शपथ लेने की मांग की, लेकिन प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ ने इसकी अनुमति नहीं दी। सराफ ने कहा कि आठवी अनुसूची में शामिल नहीं होने के कारण आप राजस्थानी में शपथ नहीं ले सकते। शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने राजस्थानी और हिंदी दोनों में शपथ लीl आसन से किरोड़ीलाल मीणा ने आपत्ति की और राजस्थानी में ली गई शपथ को रिकॉर्ड से डिलीट करने के आदेश दिए।
13 विधायकों ने संस्कृत में ली शपथ
इस बार अच्छी-खासी संख्या में विधायकों ने संस्कृत भाषा में शपथ ली है। गोपाल शर्मा, छगन सिंह, जोगेश्वर गर्ग, जोराराम कुमावत, नोक्षम चौधरी, जेठानंद व्यास, पब्बाराम विश्नोई, महंत प्रतापपुरी, बाबू सिंह राठौड़, दीप्ति माहेश्वरी, कैलाश मीणा ने संस्कृत में शपथ ली। ये सभी भाजपा विधायक हैं। वहीं कांग्रेस के विधायक जुबेर खान और निर्दलीय विधायक युनूस खान ने भी संस्कृत में शपथ ली है।
कल होगा स्पीकर का चुनाव
गुरुवार को बचे हुए विधायकों को शपथ दिलाने के बाद स्पीकर का चुनाव होगा। राजस्थान विधानसभा में सर्वसम्मति से स्पीकर का चुनाव की परंपरा रही है। इस बार भी यही परंपरा निभाई जाएगी क्योंकि कांग्रेस या अन्य किसी दल या विधायक की ओर से नामांकन दाखिल नहीं किया गया है।