मप्र में 678 रथ और 50 मंच सभाओं से बदलेगा वोट? 223 विधानसभाओं में 4 सीएम, 3 डिप्टी सीएम और 12 केंद्रीय मंत्रियों ने मांगा आशीर्वाद

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Jitendra Shrivastava
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मप्र में 678 रथ और 50 मंच सभाओं से बदलेगा वोट? 223 विधानसभाओं में 4 सीएम, 3 डिप्टी सीएम और 12 केंद्रीय मंत्रियों ने मांगा आशीर्वाद

BHOPAL. भारतीय जनता पार्टी की जन आशीर्वाद यात्रा का समापन हो गया है। 3 सितंबर से जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत हुई थी। 22 दिन में पांचों यात्राओं ने 10 हजार 880 किमी का सफर तयकर 2 करोड़ लोगों से बीजेपी के नेता रूबरू हो चुके हैं। इस दौरान 223 विधानसभा सीटों का कवर किया गया है। जन आशीर्वाद यात्राओं में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित 4 मुख्यमंत्री, 3 डिप्टी सीएम, 12 केन्द्रीय मंत्री और मप्र सरकार के मंत्री शामिल होकर जन आशीर्वाद मांग चुके हैं।

678 रथ सभाएं और 50 से अधिक मंच सभाएं की

बीजेपी के मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में पांचों जन आशीर्वाद यात्राओं को भरपूर प्यार मिला है। पांच यात्राओं ने 10 हजार 880 किमी का सफर तय किया। इस दौरान एक हजार से अधिक स्थानों पर स्वागत, 678 रथ सभाएं और 50 से अधिक मंच सभाओं का आयोजन किए गए। जन आशीर्वाद यात्राओं के माध्यम से बीजेपी प्रदेश के 2 करोड़ से ज्यादा लोगों से रूबरू हुई है।

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इन नेताओं ने मांगा जनता से आशीर्वाद

सभी अंचल के नेताओं ने मंत्रियों में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह, पीडब्ल्यूडी गोपाल भार्गव, परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, जनसंपर्क मंत्री राजेन्द्र शुक्ल, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, बृजेन्द्र प्रताप सिंह, उच्च चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, कृषि मंत्री कमल पटेल, सहित राष्ट्रीय पदाधिकारी कैलाश विजयवर्गीय व हितानंद शर्मा सहित अन्य नेता भी शामिल होकर जन आशीर्वाद मांगा।

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ये सीएम और डिप्टी सीएम रहे शामिल

जन आशीर्वाद यात्रा में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, हरियाणा के सीएम मनोहरलाल खट्टर, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा सहित डिप्टी सीएम देवेन्द्र फणनवीस, बृजेश पाठक और उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल रहे।

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इन 12 केन्द्रीय मंत्रियों ने संभाली बागडोर

जन आर्शीवाद यात्रा में 12 केन्द्रीय मंत्री भी शामिल होकर आशीर्वाद मांग चुके हैं। इन केन्द्रीय मंत्रियों में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नरेन्द्र सिंह तोमर, भूपेन्द्र यादव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अश्विनी वैष्णव, अनुराग ठाकुर, वीरेन्द्र खटीक, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, कृष्णपाल सिंह गुर्जर, पुरुषोत्तम रूपला, सांसद पूनम महाजन, रवि किशन, मनोज तिवारी, निशिकांत दुबे, यूपी के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और गुजरात के हर्ष सिंघवी शामिल रहे।

बीजेपी ने ऐसे बैठाया जातीय और क्षेत्रीय समीकरण

सतना से भोपाल: 10 प्रतिशत से ज्यादा ब्राह्मण वोट

पहली जन आशीर्वाद यात्रा की शुरुआत विंध्य क्षेत्र के चित्रकूट (सतना) से हुई थी। विंध्य क्षेत्र में 30 विधानसभा सीटें हैं। इनमें से 23 सीटें ऐसी हैं, जहां ब्राह्मणों की आबादी 30 फीसदी के करीब है। यदि प्रदेश की बात करें तो सूबे में 10 प्रतिशत से ज्यादा ब्राह्मण वोटर हैं। विंध्य, महाकौशल, चंबल और मध्य क्षेत्र पर गौर करें तो यहां की 60 सीटें ऐसी हैं, जहां ब्राह्मण हार-जीत तय करते हैं। सीधी पेशाब कांड की वजह से विंध्य का ब्राह्मण वर्ग बीजेपी से नाराज था। इन्हें खुश करने के लिए इस क्षेत्र में 3 सिंतंबर को यात्रा की शुरुआत बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा से कराई गई। नड्‌डा हिमाचली ब्राह्मण हैं। अब चुनाव परिणाम ही बताएंगे कि विंध्य में बीजेपी ब्राह्मणों की नाराजगी दूर कर पाई या नहीं।

नीमच से भोपालः राजपूत-ठाकुरों को साधने की कोशिश

दूसरी जन आशीर्वाद यात्रा मालवा के नीमच से 4 सितंबर को शुरू हुई थी। नीमच और मंदसौर में पादीदार, राजपूत-ठाकुरों की संख्या अधिक है। दो विधानसभा सीटों नीमच और मंदसौर पर बीजेपी विधायकों दिलीप सिंह परिहार और यशपाल सिंह सिसोदिया का कब्जा है। यहां के राजपूत-ठाकुरों को साधने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यात्रा की शुरुआत की थी। इस इलाके में करणी सेना का प्रभाव भी काफी है। करणी सेना एक धड़ा बीजेपी से नाराज चल रहा है। यह यात्रा नीमच से भोपाल तक 12 जिलों के 44 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करने के लिए निकाली गई थी।

श्योपुर-मंडला से भोपालः आदिवासी बहुल क्षेत्र

तीसरी और चौथी जन आशीर्वाद यात्रा 5 सितंबर को श्योपुर व मंडला से भोपाल के लिए रवाना हुई थी। इनकी शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की थी। दोनों ही जिले आदिवासी बहुल हैं। आदिवासी बहुल इलाके में 84 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 84 में से 34 सीट पर जीत हासिल की थी। 2013 में इस इलाके में 59 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी। 2018 में पार्टी को 25 सीटों पर नुकसान हुआ है। जिन सीटों पर आदिवासी जीत और हार तय करते हैं, वहां बीजेपी को 16 सीटों पर ही जीत मिली है। यह 2013 की तुलना में 18 सीट कम है।

खंडवा से भोपालः खरगोन का नुकसान पाटने का जतन

पांचवीं जन आशीर्वाद यात्रा इंदौर संभाग के खंडवा से 6 सितंबर को शुरू हुई थी। इस यात्रा को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी हरी झंडी दिखाई थी। यह इलाका महाराष्ट्र की सीमा से लगा है। जानकार बताते हैं कि खंडवा शहर से भले ही बीजेपी को पिछले चुनाव में फायदा हुआ हो, लेकिन इससे लगे जिले खरगोन में पार्टी को बहुत नुकसान हुआ। इसी तरह बुरहानपुर में बीजेपी हार गई थी। इस यात्रा में 10 जिलों के 42 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया गया।

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