CHITTORGARH. चित्तौड़गढ़ में दुगार नाम के गांव में एक 70 साल के बुजुर्ग दलित के सिर पर जूते रखवाकर माफी मंगवाने की घटना सामने आई है। दलित समाज की शिकायत पर पुलिस ने 20 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पूरा मामला 3 माह पहले बगड़ावत की परंपरा निभाने के दौरान बनाए एक वीडियो का है। बगड़ावत के दौरान बुजुर्ग ने गीत गाते समय गुर्जर समाज पर अशोभनीय टिप्पणी कर दी थी। जिसकी सजा के तौर पर पंचायत ने उसे सिर पर जूते रखकर माफी मांगने का फरमान सुनाया था। हालांकि माफी मांगने के बाद भी बुजुर्ग दलित को डराया और धमकाया जा रहा था।
यह है मामला
दुगार गांव के रहने वाले भूरालाल गुर्जर और उसके साथ 70 साल के डालू सालवी ने खुटिया गांव में भगवान देवनारायण की बगड़ावत सुनाई थी। इस दौरान गीत सुनाते वक्त बुजुर्ग ने अपने साथी भूरालाल की ओर इशारा करते हुए गुर्जर समाज के लिए अशोभनीय टिप्पणी कर दी। उस दौरान तो किसी ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन जब बगड़ावत का वीडियो सोशल मीडिया में फैला तो गुर्जर समाज में रोष फैल गया। 16 सितंबर को इस बात को लेकर दुगार गांव में गुर्जर समाज और ग्रामीणों ने पंचायत की।
पंचायत ने सुनाया था फरमान
पंचायत में गलती के लिए दलित बुजुर्ग को सिर पर जूते रखकर माफी मांगने का फरमान सुनाया गया। जिस पर डालू सालवी ने अपनी पगड़ी में लोगों के जूते बांध लिए और माफी मांगी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। दलित समाज ने चित्तौड़गढ़ के एसपी को कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा। जिसके बाद हरकत में आई पारसोली थाना पुलिस ने गांव पहुंचकर घटना की जानकारी ली और फिर डालू सालवी की रिपोर्ट पर रतनलाल, भेरूलाल और भंवरलाल समेत 20 लोगों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।