JAIPUR. राजस्थान का पहला ऑटोमैटिक रोप-वे बनकर तैयार है। जयपुर के हनुमान जी मंदिर परिसर में ऑटोमेटिक रोप वे की आज (28 सितंबर) शुरुआत होने जा रही है। इस रोप-वे का उद्घाटन राज्यपाल कलराज मिश्र करेंगे। अब रोप वे से श्रद्धालुओं को चढ़ने के लिए ऊंचाई पर जाने में कोई परेशानी नहीं होगी। रोप वे में 12 केबिन होंगे। ये इलेक्ट्रिक संचालित होगा। केबिन में बैठने के बाद उसके दरवाजे अपने आप बंद हो जाएंगे।
रोप-वे का संचालन सुबह 9 बजे से रात के 9 बजे तक
रोप-वे अन्नपूर्णा माता मंदिर से पहाड़ी पर स्थित वैष्णो माता मंदिर तक 436 मीटर लंबाई में बनाया गया है। वे 18 करोड़ की लागत से तैयार हुआ है। फिलहाल खोले के हनुमानजी मंदिर से वैष्णो देवी मंदिर तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को 121 खड़ी सीढ़ियां चढ़नी पड़ती है। इससे बुजुर्गों और दिव्यांगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। अब श्रद्धालु खोले के हनुमानजी मंदिर से वैष्णो देवी माता मंदिर तक 4.30 मिनट में जा सकेंगे। रोप-वे का संचालन सुबह 9 बजे से रात के 9 बजे तक किया जाएगा।
रोप-वे का किराया कितना?
रोप-वे में सफर करने के लिए हर व्यक्ति को 150 रुपए देने होंगे। 5 साल के बच्चों का किराया 75 रुपए होगा। एक तरफा टिकट के लिए 75 रुपए और 5 साल के बच्चों के लिए 38 रुपए रखी गई है। इस पर 5% जीएसटी अलग से लगेगा। वहीं 70 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और दिव्यांगों के लिए दो तरफा किराया 75 रुपए है। इस रोप-वे में 12 केबिन उपलब्ध करवाई गई है। इसमें हर घंटे में 700 से 800 लोग सफर कर सकेंगे। एक केबिन में 6 लोग बैठ सकेंगे।
रोप-वे में कई खूबियां
जयपुर में शुरु होने वाले रोप-वे में सुरक्षा संबंधी अनेकों खूबियां हैं। रोप-वे के केबिन के दरवाजे ऑटोमैटिक होंगे। श्रद्धालुओं के बैठते ही दरवाजे खुद ब खुद लॉक हो जाएंगे। ये राजस्थान का पहला ऐसा रोप-वे होगा, जिसकी केबिन के डोर ऑटोमैटिक होंगे। श्रद्धालुओं के बैठते ही ट्रॉली के दरवाजे अपने आप लॉक हो जाएंगे। इस रोपवे की विंडो से पैनोरमिक व्यू दिखता है। जिससे 360 डिग्री व्यू को आसानी से देखा जा सकता है। रोप-वे बिजली से संचालित है, जिसके लिए अलग से ट्रांसफार्मर लगाया गया है। अगर किसी वजह से बिजली कट होगी तो मौके पर लगे जनरेटर पावर सप्लाई ऑटो स्विच हो जाएंगे।