JAIPUR. राजस्थान लोक सेवा आयोग ने आरपीएससी की परीक्षा में ओएमआर शीट में छेड़छाड़ और पेपर लीक रोकने कई प्रभावी कदम उठाए हैं। परीक्षा के पैटर्न में भी बदलाव किया है। इन सभी बदलावों के साथ 1 अक्टूबर को आरपीएससी का प्री एग्जाम होने जा रहा है। इस बार परीक्षा के लिए 6 लाख 97 हजार 51 कैंडिडेट्स ने ऑनलाइन आवेदन किया है। 46 जिलों में 2158 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित कराई जा रही है।
5वें ऑप्शन के साथ 10 मिनट अतिरिक्त समय मिलेगा
आरपीएससी ने इस बार परीक्षा में नैगेटिव मार्किंग रखी है, परीक्षार्थी को हर प्रश्न का जवाब देना होगा। सवाल खाली छोड़ने पर नेगेटिव मार्किंग होगी। यदि प्रश्न का उत्तर न आता हो परीक्षार्थी को 5वें ऑप्शन का गोला काला करना होगा। जिसका मतलब होगा कि सवाल हल न करने की सहमति। कोई भी विकल्प न भरने पर प्रति प्रश्न एक तिहाई अंक काटे जाएंगे। 5वां विकल्प जोड़े जाने के कारण परीक्षार्थी को 10 मिनट का अतिरिक्त समय भी दिया जाएगा।
10 फीसदी से ज्यादा प्रश्न छोड़े तो होंगे अयोग्य
यही नहीं यदि परीक्षार्थी जानकारी के बावजूद 10 फीसदी से ज्यादा प्रश्न खाली छोड़ेंगे तो पर्यवेक्षक परीक्षा के बाद ही ऐसे परीक्षार्थियों को अयोग्य घोषित कर देंगे। जिसकी टीप परीक्षार्थी की ओएमआर शीट पर अंकित कर दी जाएगी। राजस्थान लोक सेवा आयोग ने यह बदलाव ओएमआर शीट में छेड़छाड़ की हर संभावना को खत्म करने के लिए लिया है।
नकल विरोधी कानून रहेगा लागू
आरपीएससी की इस परीक्षा में हाल में बनाया गया नकल विरोधी कानून लागू रहेगा। जिसके तहत परीक्षा का पेपर लीक करते पाए जाने या संगठित नकल कराए जाने पर उम्रकैद, प्रॉपर्टी अटैचमेंट के साथ 10 करोड रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान रखा है। साथ ही परीक्षा केंद्रों में पेपर शुरु होने से पहले एग्जाम रूम की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।