BHOPAL. सीधी जिले के सियासी गलियारों में उठापटक जारी है। बीजेपी ने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर सांसद रीती पाठक को मैदान में उतारा है। सोमवार को विधायक ने पैदल यात्रा निकाली, जिसमें हजारों कार्यकर्ता शामिल हुए थे। एक तरह से इस शक्ति प्रदर्शन से जनता असमंजस में है। सीधी जिले की राजनीति में नया मोड़ आ गया है, जहां सीधी के जीते हुए विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ला को इस बार बीजेपी ने टिकट नहीं दिया है और उनके जगह पर सीधी से सांसद रही रीति पाठक को चुनावी मैदान में उतार दिया है।
पं. शुक्ला ने पैदल शक्ति प्रदर्शन किया
सोमवार, 2 अक्टूबर को सीधी विधायक पंडित केदारनाथ शुक्ला ने सीधी शहर के कलेक्टोरेट चौराहे के पास से लेकर सीधी के विभिन्न वार्डों में पैदल शक्ति प्रदर्शन किया है। इस दौरान उनके साथ हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं का काफिला साफ तौर पर देखा गया है। लगभग 6000 कार्यकर्ताओं के जुटने की उम्मीद जताई गई है। जहां तेजी से उनका काफिला बढ़ता हुआ सीधी शहर के वार्ड क्रमांक 3, 4, 8, 12 तक निकला है। वहीं इस दौरान कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह भी देखने को मिला है।
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हम असली बीजेपी हैं, जिनको टिकट दिया वे नकलीः केदारनाथ
बीजेपी से टिकट कटने के बाद नाराज विधायक केदारनाथ शुक्ला ने गांधी जयंती के मौके पर विशाल जुलूस निकाला और आम सभा को संबोधित किया। टिकट कटने के बाद वह काफी नाराज चल रहे हैं। केदारनाथ शुक्ला ने कहा, ‘हम असली बीजेपी हैं, जिनको टिकट दिया गया है वे नकली बीजेपी है, यही मेरी लड़ाई है। इस दौरान उन्होंने सीधी सांसद और आगामी विधानसभा चुनावों में प्रत्याशी रीति पाठक पर जमकर हमला बोला। बता दें कि केदारनाथ शुक्ला ने टिकट कटने के बाद कार्यकर्ताओं से एक हफ्ते का समय मांगा था और विधानसभा चुनाव लड़ने पर फैसला लेने की बात कही थी।
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पार्टी में हैं और हमेशा रहेंगेः केदारनाथ शुक्ला
केदारनाथ शुक्ला ने पार्टी छोड़ने पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा, “हमें समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्षों द्वारा आने का निमंत्रण दिया गया, लेकिन मैं किसी दल में नहीं जाऊंगा।” उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से कहा कि किसी भी पदाधिकारी को बीजेपी से इस्तीफा नहीं देना है। क्योंकि हम भारतीय जनता पार्टी में हैं और रहेंगे। हालांकि, इस दौरान उन्होंने एक बार भी चुनाव लड़ने की बात नहीं कही है। उन्होंने यह बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया है कि अभी वे चुनाव लड़ेंगे या नहीं अभी भी संशय बरकरार है। पर उनका आज का शक्ति प्रदर्शन कई मायनों में खुद बीजेपी के लिए ही संकट बनता हुआ नजर आ रहा है।