गंगेश द्विवेदी RAIPUR. कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायक दल की बैठक बुधवार 13 दिसंबर को दोपहर 2 बजे राजीव भवन में आयोजित की गई है। इस बैठक में कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा और राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अजय माकन भी शामिल होंगे। इस बैठक में तय होगा कि कांग्रेस विधायक दल को विधानसभा में कौन लीड करेगा।
नेता प्रतिपक्ष कौन?
छत्तीसगढ़ को अपना पहला आदिवासी सीएम विष्णुदेव साय के रूप में मिल गया है। अब कांग्रेस में नेता प्रतिपक्ष के लिए चर्चाएं शुरू हो गई हैं। पहले समीकरण था कि जो सीएम बनेगा उसके आधार पर नेता प्रतिपक्ष चुना जाएगा। अब आदिवासी सीएम बनने के बाद चर्चा है कि कांग्रेस ओबीसी नेता प्रतिपक्ष चुनेगी। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा, डॉ चरणदास महंत, पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और खरसिया विधायक उमेश पटेल और दलेश्वर साहू और भोलाराम साहू का नाम शामिल है। इसी तरह अगर प्रतिपक्ष की कमान महिला को सौंपा गया तो अनिला भेड़िया भी पहली पसंद हो सकती है।
35 में से 14 पहली बार पहुंचे विधानसभा
कांग्रेस के 35 विधायकों में 14 पहले बार सदन पहुंचे है। ऐसे में कांग्रेस के विकल्प नहीं है।खुद पूर्व सीएम और पाटन विधायक भूपेश बघेल कांग्रेस विधायक दल की अगुवाई करें इसकी संभावना कम ही है। अगर बड़े नेता इस पद पर दिलचस्पी नहीं दिखाते तो दूसरी बार विधायक बनने वालों को भी पद पर बिठाया जा सकता है।
नंदकुमार साय थे पहले नेता प्रतिपक्ष
सन 2000 में जब राज्य बना तो पहले नेता प्रतिपक्ष नंदकुमार साय को बनाया गया था। नंदकुमार साय का पूरा राजनीतिक करियर बीजेपी में रहा। विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कांग्रेस प्रवेश किया था। इसके बाद 2003 में बीजेपी की सरकार बनी सीएम डॉ. रमन सिंह बने और उस समय नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा को बनाया गया था। बीजेपी के दूसरे टर्म यानी 2008 में नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे थे। बीजेपी के तीसरे टर्म यानी 2013 में सीएलपी टीएस सिंहदेव बने थे। 2018 में धरमलाल कौशिक को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था, लेकिन चुनाव के एक साल पहले कौशिक को हटाकर 2022 में नारायण चंदेल को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था।