BHOPAL. मध्यप्रदेश को फिर टाइगर स्टेट का तमगा मिला है। साल 2022 की गणना में MP में टाइगर्स की संख्या बढ़कर 785 हो चुकी है। यह देश में सबसे ज्यादा है। पिछली बार (2018) जब गिनती हुई थी, तब MP में टाइगर की संख्या 526 थी। ताजा गणना में 259 टाइगर बढ़ गए हैं। साल 2022 की गणना में 563 बाघों के साथ कर्नाटक दूसरे, 560 बाघों के साथ उत्तराखंड तीसरे, जबकि 444 बाघों के साथ महाराष्ट्र चौथे नंबर पर है। मध्यप्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (STR) और कान्हा नेशनल पार्क ने मैनेजमेंट इफेक्टिवनेस इवेल्यूशन में देश के टॉप 5 टाइगर रिजर्व में जगह बनाई है। STR में टाइगर की संख्या 50 से बढ़कर 62 हो गई है।
देशभर में टाइगर की संख्या 3167 जारी की गई थी
अप्रैल 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लैंडस्केप वाइज टाइगर गणना के आंकड़े जारी किए थे। तब सिर्फ टाइगर रिजर्व में कैमरा ट्रैप के आधार पर देशभर में टाइगर की संख्या 3167 जारी की गई थी। अब इसमें रिजर्व के बाहर के खुले जंगल के आंकड़ों को भी शामिल किया गया है।
018 से 2023 के बीच MP में 19,270 हेक्टेयर जंगल खत्म
मध्यप्रदेश में लगातार कटते जंगल बाघों के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं। यहां पिछले 5 साल में हर दिन औसतन 10 हेक्टेयर जंगल खत्म हो रहा है। यह जानकारी वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने शुक्रवार को कांग्रेस सांसद विवेक तन्खा के सवाल के जवाब में दी। उनके मुताबिक, देश में सबसे ज्यादा जंगल MP में खत्म हो रहे हैं। 2018 से 2023 के बीच MP में 19,270 हेक्टेयर जंगल खत्म हुआ।
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केंद्रीय मंत्री तोमर ने दी जनता को बधाई
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिलने पर राज्य की जनता को बधाई दी है। उन्होंने कहा, 'मप्र सर्वांगीण विकास के लिए जाना जाता है। आज प्रसन्नता का विषय है कि एक बार फिर मप्र को टाइगर स्टेट का दर्जा मिला है।'