BHOPAL. मध्यप्रदेश के करीब 19 हजार पटवारी एक बार फिर आंदोलन की राह पर है। ग्रेड-पे समेत अन्य मुद्दों को लेकर वे चरणबद्ध तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। अब वे भू-अधिकार, आवासीय, पीएम-सीएम किसान के काम भी नहीं करेंगे। वे 26 जून को 'सारा' एप से हट जाएंगे।
अब 'सारा' एप पर काम नहीं करेंगे पटवारी
मध्यप्रदेश पटवारी संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि 'सारा' एप से सामूहिक लॉगआउट होकर उसे अंस्ट्राल कर देंगे। इसी एप से स्वामित्व, पीएम-सीएम किसान, आवासीय भू-अधिकार आदि कार्य होते हैं। अभी तक ये काम खुद के मोबाइल से ही कर रहे थे। कई बार शासन स्तर तक मांग पहुंचाई गई कि हमें शासकीय मोबाइल दिए जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसलिए अब 'सारा' एप पर काम नहीं करेंगे। 26 जून को सभी पटवारी एकसाथ एप अंस्ट्राल कर देंगे।
समान कार्य समान वेतन को लेकर काम बंद
मध्यप्रदेश पटवारी संघ के आह्वान पर प्रदेश के सभी जिलों में सीमांकन कार्य से विरत रहने, समान कार्य समान वेतन के आधार पर 2800 ग्रेड-पे देने और अन्य विषयों को लेकर पिछले कई महीनों से पटवारी आंदोलन कर रहे हैं। मई में वे तीन दिन के अवकाश पर भी रह चुके हैं।
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अत्यधिक दबाव के कारण सीमांकन कार्य नहीं कर सकते
पटवारी संघ के अध्यक्ष सिंह ने बताया कि पटवारियों के पास संसाधनों की कमी है। दूसरी ओर, विशेष भर्ती अभियान के तहत नियुक्त 500 राजस्व निरीक्षकों द्वारा सीमांकन कार्य नहीं किए जाने से पटवारियों पर काम का दबाव है, क्योंकि पटवारियों के पास पहले से अत्यधिक कार्य है। ऐसे में पटवारी सीमांकन कार्य नहीं कर सकते। दूसरी ओर 'सारा' एप पर वे खुद के मोबाइल पर ही काम कर रहे हैं, जबकि सरकार को मोबाइल देने चाहिए।