संजय गुप्ता, INDORE. मप्र कांग्रेस कमेटी ने इंदौर शहर कांग्रेस का कार्यवाहक अध्यक्ष गोलू उर्फ विशाल अग्निहोत्री को बनाने के आदेश गुरूवार को जारी कर दिए। इसके साथ ही अमन बजाज को मप्र कांग्रेस कमेटी का महामंत्री नियुक्त किया गया। दोनों आदेश मप्र संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष राजीव सिंह के हस्ताक्षर से जारी हुए हैं।
इस नियुक्त का पहला बड़ा कारण सुरजीत की सुस्ती
इस बदलाव के लिए सबसे अहम दो कारण रहे, पहला बड़ा कारण खुद शहराध्यक्ष सुजीत सिंह चड्ढा की सुस्ती रही, दो महीने से ज्यादा उनके शहराध्यक्ष का पद संभाले हो गए हैं लेकिन कांग्रेस मैदान में अभी तक सुस्त है। अभी तक विधानसभा वार अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, बूथ लेवल नियुक्ति कुछ भी नहीं हुआ है। मैदान में किसी तरह की बैठके नहीं हुई है और ना किसी पदाधिकार का कोई नाम, पता, नियुक्त कुछ ठिकाने पर है। हालत यह है कि चड्ढा ले-देकर केवल बड़े नेताओं की आगवानी करते हुए ही नजर आते हैं। ऐसे में इंदौर में सक्रिय व्यक्ति की जरूरत थी, जिसमें गोलू धनबल और टीम दोनों ही रूप में प्रभावी है। ऐसे में उन्हें आगे किया गया है।
दूसरा कारण कमलनाथ का सत्ता संतुलन साधना
दूसरा कारण कमलनाथ का सत्ता के लिए संतुलन साधना वाला फार्मूला रहा है। कमलनाथ के खास समर्थक विनय बाकलीवाल पहले शहराध्यक्ष थे, उनकी जगह अरविंद बागड़ी बने जिसके लिए जीतू पटवारी और शोभा ओझा का साथ माना जाता है, इससे कमलनाथ खुश नहीं थे और यह नियुक्त होल्ड हो गई। इस दौरान गोलू पहले शहराध्यक्ष बनने की ही लॉबिंग कर रहे थे लेकिन जब छह जुलाई को दिग्विजय सिंह अपने समर्थक चड्ढा को शहराध्यक्ष बनवाने में सफल हुए तब कमलनाथ को इंदौर में संतुलन के लिए अपने समर्थक की जरूरत थी और गोलू के रूप में वह मौजूद था। इसके लिए भी कई लोग लॉबिंग कर रहे थे लेकिन आखिरकार कमलनाथ गोलू को बनाने में सफल रहे। इससे अब इंदौर शहर की घटनाओं पर उनकी पकड़ मजबूत रहेगी।
गोलू, अमन की टिकट की दावेदीर हुई खत्म
उधर अमन बजाज यूथ संगठन के लिए लॉबिंग में जुटे थे, आखिर उन्हें महामंत्री बनाकर समायोजित किया गया है। वहीं बजाज विधानसभा पांच के लिए दावेदारी कर रहे थे लेकिन इस सीट से सत्यनारायण पटेल का नाम लगभत तय है, हालांकि स्वप्निल कोठारी भी दावेदार है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस पटेल को ही टिकट देना चाहती है। ऐसे में बजाज दूर-दूर तक नहीं थे, उन्हें अब यहां समायोजित किया है। साथ ही गोलू अग्निहोत्री की विधानसभा चार से टिकट की दावेदारी भी अब खत्म हो गई है, यहां से राजा मंधवानी और अक्षय बम दोनों लगे हैं लेकिन सूत्रों के अनुसार बम का नाम फाइनल हो चुका है और मंधवानी का दावा कमजोर है। इन दावेदारों के चलते गोलू की दावेदारी खत्म सी ही थी और वह खुद भी चुनाव लड़ने के मूड में नहीं थे। उनकी मुख्य विधानसभा एक ही रही है लेकिन वहां से संजय शुक्ला मौजूदा विधायक कांग्रेस से तय हैं। इसलिए दावेदारी खत्म ही थी। कांग्रेस ने साल 2013 में उन्हें विधानसभा एक से टिकट दिया था जो बाद में काट दिया और 2018 में उनकी पत्नी प्रीति को दिया था जो बाद में काटकर संजय शुक्ला को दिया गया था। एक बार वह अपनी पत्नी प्रीति के लिए जरूर विधानसभा चार में टिकट की बात रख सकते हैं।