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कटनी जिले के जीआरपी थाने में दलित दादी-पोते की पिटाई मामले में सस्पेंड जीआरपी कटनी टीआई अरुणा वाहने ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। वाहने ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी देते हुए इस वायरल वीडियो की सच्चाई बताई है। उन्होंने बताया कि यह वीडियो 29 अक्टूबर 2023 का है। इसमें दलित महिला कुसुम वंशकार के खिलाफ जीआरपी थाना कटनी में 30 अक्तूबर 2023 को 151 का मामला पंजीबद्ध है। उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के एक थाने में भी इस महिला के खिलाफ शराब की तस्करी का मामला दर्ज हुआ है। आरोपी के बेटे दीपराज वंशकार के खिलाफ 2023 में रंगनाथ नगर थाने में धारा- 294, 323, 506 और 34 का अपराध दर्ज है। इन्हीं अपराधों के खुलासे के संबंध में जीआरपी कटनी ने पूछताछ की थी।
10 हजार रुपए का इनामी अपराधी है दीपक
पुलिस अधिकारी अरुणा अपनी पोस्ट में बताती हैं कि कटनी जीआरपी थाने का 29 अक्टूबर 2023 का अपराधियों के खिलाफ सख्ती से पूछताछ का पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। कांग्रेस जहां पुलिस की कार्रवाई को दलित महिला पर अत्याचार के नाम पर भुना रही है वहीं, सोशल मीडिया में कुछ लोग बिना जानकारी भ्रामक पोस्ट कर रहे हैं। इस मामले में सच्चाई यह है कि इस वीडियो में नजर आने वाली महिला एक अपराधी प्रवृति की है और इस महिला पर अलग-अलग थानों में अपराध पंजीबद्ध हैं। इसके साथ ही वीडियो में दिख रहे दीपराज वंशकार पर जिलाबदर की कार्रवाई हुई है और यह 10 हजार रुपए का इनामी अपराधी है। दीपक के ऊपर भी लगभग 19 अपराध पंजीबद्ध हैं। इस महिला का पुत्र दीपक वंशकार बहुत ही शातिर अपराधी है और तमाम अपराधों में आरोपी है। दीपक लूटपाट और चोरी करके चोरी का सामान अपनी मां कुसुम और पुत्र दीपराज वंशकार के पास छोड़कर गायब हो जाता था और कुसुम और दीपराज के खिलाफ भी पहले से ही थानों में अपराध पंजीबद्ध हैं।
ऐसे चर्चा में आया 10 महीने पुराना वीडियो
दलित महिला-पोते की पिटाई मामले को लगभग 10 महीने हो गए हैं। पुलिस अपनी पूछताछ और पड़ताल में इन लोगों से मिली जानकारी के अनुसार इनसे संबंधित अपराधों के बारे में खुलासे भी कर चुकी है। अचानक कटनी का एक पत्रकार जीआरपी टीआई अरूणा वाहने से वाट्सएप पर चैट कर 10 महीने पुरानी पुलिस पूछताछ के वीडियो होने की जानकारी देने लगा। साथ ही ये पत्रकार बताने लगा कि आरोपी दीपक वंशकार के वकील निवासी झररा टिकुरिया थाना रंगनाथ नगर लीलाधर जाटव के पास भी इस घटना के वीडियो हैं।
वकील लीलाधर जाटव का भाई राजेश जाटव झररा टिकुरिया में कांग्रेस का पूर्व पार्षद है और वह आपकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से कर रहा है। साथ ही वह टीआई वाहने के साथ बैठकर इस मामले को निपटाने की बात कहने लगा। पत्रकार ने कहा कि यह वीडियो मुझे कहां से मिला और किसने दिया है, इसमें जीआरपी थाना कटनी के कौन-कौन पुलिसकर्मी संलग्न हैं, यह सब जानकारी देने के लिए मिलने की बात कही। साथ ही यह भी कहा कि मेरा किडनी में स्टोन का इलाज बंसल हॉस्पिटल भोपाल में होना है। सारे वीडियो आपको देकर मैं अपना इलाज भोपाल जाकर करवाना चाहता हूं।
इसके बाद वह जीआरपी कटनी टीआई से लगातार संपर्क करने लगा। 28 अगस्त 2024 को भी वह टीआई वाहने के संपर्क में रहा। ये कथित पत्रकार चाहता था कि उसे पांच लाख रुपये मिल जाएं तो वह अपने पास के वीडियो डिलीट कर इलाज के लिए भोपाल रवाना हो जाएगा। जब उसकी मांग को नहीं माना तो उसने पुलिस की जांच-पड़ताल का यह वीडियो वायरल कर दिया। यहां यह जानना जरूरी है कि इस पत्रकार को जीआरपी थाने के गोपनीय वीडियो आखिर मिले कहां से।
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