संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में मेट्रो के ट्रायल रन की तैयारी तेजी से चल रही है, दस सितंबर तक तैयारियां पूरी हो जाएंगी। 15 सितंबर और इसके बाद जो भी समय सीएम से मिल सकेगा, ट्रायल रन किया जाएगा। हालांकि कमर्शियल रन तो मई 2024 और इसके बाद ही संभव होगा। यह बात शुक्रवार को इंदौर आए मेट्रो कॉर्पोरेशन के एम.डी मनीष सिंह ने तैयारियों का जायजा लेने के बाद मीडिया से कही। उन्होंने मेट्रो के निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। सिंह सबसे पहले गांधी नगर के डिपो पहुंचे और बन रहे स्टेशन और डिपो का भ्रमण करने के उपरांत संबंधित अधिकारियों से कार्य प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने मेट्रो के अधिकारियों को निर्देश दिए कि समूचा कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ दिन रात चलाया जाए, ताकि सितंबर के माह में ट्रायल रन किया जा सके। मेट्रो की स्पीड 80 किमी प्रति घंटे होगी।
भोपाल से पहले इंदौर में होगा ट्रायल रन
निरीक्षण के बाद सिंह ने बताया कि मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी रूट पर ट्रायल रन के लिए तेजी से काम जारी है। कार्य तय समय पर पूरा करने की कोशिश है। शीघ्र वड़ोदरा से कोच इंदौर पहुंच जाएंगे। इंदौर- भोपाल मेट्रो का सितंबर में ट्रायल रन करवाने तैयारी है। इंदौर में करीब छह किलोमीटर के हिस्से में पटरी बिछाने का काम पूरा हो गया है। स्टेशन के जिन तीन स्टेशनों से होकर मेट्रो को गुजरना है, उसका अभी साठ फीसदी काम पूरा हो गया है। मेट्रो की बोगियां पटरियों तक ले जाने में एक हफ्ता लगेगा। सिंह ने निर्देश दिए 24 घंटे शिफ्ट चला कर काम पूरा करवाएं। भोपाल के पहले इंदौर का ट्रायल रन होना है। करीब 2000 कर्मचारियों को अभी तीन शिफ्ट में काम करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ट्रायल रन के लिए एक ही लाइन की आवश्यकता है। प्लेट फार्म का काम भी चल रहा है।
पहले इंदौर में लाइट मेट्रो चलाई जाएगी
शुरू में इंदौर में लाइट मेट्रो चलाई जाएगी। उन्होंने बताया कि ट्रायल रन के लिए कोच शीघ्र इंदौर पहुंचेंगे। ट्रायल रन गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर के सुपर प्रायोरिटी हिस्से में होगा। कमर्शियल रन पहले चरण में गांधीनगर से रेडिसन होटल, रोबोट चौराहे तक के करीब 17 किमी के हिस्से में होना है। इंदौर में मेट्रो का कुल रूट 31.50 किमी का है। शहर के मध्य भाग में जमीन के नीचे से मेट्रो चलेगी, सिंह ने कहा कि इससे लोग कम प्रभावित होते हैं।