DHAMTARI. धमतरी के साल्हेभाट समेत आसपास के इलाके में पिछले 10 दिन से 32 हाथियों का दल डेरा जमाए हुए हैं। ये दल जगह-जगह उत्पात मचा रहा है। हाथियों ने एक ग्रामीण बुजुर्ग को कुचलकर मार डाला। हाथियों के कुचलने से उसके एक पैर के चिथड़े हो गए थे। उसका चेहरा भी कुचला हुआ था। शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। मृतक के परिजन को 25 हजार की सहायता राशि दी गई है।
महुआ शराब की गंध मिलने पर पहुंचे हाथी
महुआ शराब की गंध से पहुंचे हाथियों के दल ने घर को भी तोड़ दिया। खेत में लगी सब्जी की फसल को भी हाथियों ने रौंद डाला। इसके बाद उन्होंने बुधराम को सूंड से लपेटकर दूर फेंक दिया और पैरों से कुचलकर मार डाला। इस घटना से आधे घंटे पहले ही बुधराम को बचाने के लिए वन विभाग की निगरानी टीम साल्हेभाट पहुंची थी, लेकिन वो कमरे में छिप गया था। दरअसल, यह पूरी घटना 29 दिसंबर बुधवार की है। इस घटना के बाद वन विभाग सतर्क हो गया है। जगह-जगह मुनादी भी कराई गई है। वन विभाग ने फिलहाल संतबाहरा, खल्लारी, मांदागिरी, उजरावण, फरसगांव, साल्हेभाट, बोराई, नवागांव, अरसीकन्हार, रिसगांव, मोहकोट, आमझर, एकावारी, गाताबाहरा, जोगीबिरदो, लिखमा, चमेंदा समेत 20 गांवों में अलर्ट जारी किया है।
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तंत्र-मंत्र करने अपने भांजे के घर आया था
सीतानदी-उदंती अभयारण्य के एसडीओ बीके लकड़ा के अनुसार मृतक बुजुर्ग बुधराम कावड़े हाथियों को भगाने के लिए तंत्र-मंत्र करने अपने भांजे के घर आया था। इस दौरान घर से महुआ की गंध से हाथियों का दल आकर्षित हो गया। दल जब उनके घर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर था, तो भांजे और रिश्तेदारों ने बुधराम को भी वहां से निकलने के लिए कहा, लेकिन वो नहीं माना, जिसके बाद वे सभी बुधराम को छोड़कर खल्लारी निकल गए। इसके बाद हाथियों का दल पहुंचा और बुजुर्ग को कुचलकर मार डाला।