NEW DEllhI. दिल्ली वालों के ऊपर से खतरा टला नहीं है। पिछले चार दिन से दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात हैं। यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है और पूरी दिल्ली को अपने आगोश में लेने की तरफ बढ़ रही है। आईटीओ और राजघाट पानी में डूब गया है। दिल्ली में सब जगह पानी ही पानी दिखाई दे रहा है। सुप्रीम कोर्ट के पास तक यमुना का पानी पहुंच गया है। शुक्रवार (14 जुलाई) को बाढ़ के पानी में डूबने से तीन युवाओं की मौत हो गई है। पानी में सिवेज का पानी मिलने से भी लोगों की परेशानी दोगुनी हो गई है। वहीं मौसम विभाग ने उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश समेत 5 राज्यों में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है।
शुक्रवार (14 जुलाई) रात 11 बजे यमुना नदी का जलस्तर कम होकर 207.98 मीटर पर आ गया। पिछले 2 दिनों में पहली बार वॉटर लेवल 208 मीटर से नीचे आया है। इसके अभी और कम होने की उम्मीद है। उधर, मौसम विभाग ने शनिवार को दिल्ली के बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। यानी 15 जुलाई को दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। जिससे यमुना का जल स्तर बढ़ने की आशंका है।
दिल्ली में बारिश न होने थोड़ी राहत
मॉनसूनी बारिश से पूरा देश सराबोर है। यानी दिल्ली समेत अधिकांश राज्यों में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड, यूपी, हिमाचल प्रदेश, बिहार, सिक्किम, असम और मेघालय में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई है। वहीं नोएडा और गाजियाबाद में भी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, दो दिन से दिल्ली में बारिश नहीं होने से लोगों को राहत मिली है।
ये भी पढ़ें...
सेना की मदद से यमुना नदी का तटबंध सुधारा गया
उफनती यमुना ने शुक्रवार (14 जुलाई) को शांत होने के संकेत दिए, लेकिन इंद्रप्रस्थ इलाके में यमुना नदी का तटबंध टूट जाने से आईटीओ जैसे दिल्ली के कुछ हिस्सों में जलजमाव हो गया और बाढ़ का पानी सुप्रीम कोर्ट कैंपस के करीब पहुंच गया। इलाके में एक नाले के बैकफ्लो के कारण राजघाट स्थित महात्मा गांधी स्मारक में भी पानी घुस गया। यमुना की बाढ़ दिल्ली के लिए मुश्किल बनती जा रही है। हालांकि सेना की मदद से शुक्रवार रात यह तटबंध ठीक कर दिया गया है।
आईटीओ पर जल भराव में कमी नहीं
शनिवार (15 जुलाई) सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 207.68 मीटर दर्ज किया गया है। एक घंटे बाद यानी सुबह 7 बजे यमुना 207.62 मीटर पर पहुंच गई। पुरानी दिल्ली रेलवे ब्रिज पर यमुना नदी का प्रवाह धीरे-धीरे कम हो रहा है। यमुना में पानी का स्तर भले काम हो रहा हो, लेकिन आईटीओ पर पानी उतना ही बना हुआ है। शुक्रवार की सुबह और शनिवार की सुबह में बिल्कुल भी फर्क नहीं आया है। आयकर भवन हो या महानिदेशक लेखा परीक्षा का कार्यालय, सबके परिसर में पानी है और यह लेबल कम नहीं हुआ है।
ड्रैनेज रेगुलेटर टूटने से बिगड़े हालात
दरअसल, तटबंध के टूटने से ड्रैनेज रेगुलेटर डैमेज हो गया था और नदी का पानी ITO, रिंग रोड, राजघाट, इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन, आईपी डिपो, विकास मार्ग, सुप्रीम कोर्ट परिसर और लाल किले तक पहुंच गया था। पूर्वी और मध्य दिल्ली को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक विकास मार्ग को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है। वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई और यात्री घंटों तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहे।
बाढ़ के पानी में नहा रहे तीन लड़के डूबे
वहीं, उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मुकुंदपुर चौक इलाके में बाढ़ के पानी में नहाते समय तीन लड़के डूब गए। पिछले सोमवार (10 जुलाई) को यमुना का पानी खतरे के निशान को पार कर गया था, उसके बाद दिल्ली में बाढ़ से पहली बार मौतें हुईं। दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने दावा किया कि मेट्रो निर्माण स्थल पर एक खाई में तीनों युवकों की जान गई है। वहीं, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने सफाई दी और कहा, हमारी साइटों से ऐसी कोई घटना रिपोर्ट नहीं की गई है।