संजय गुप्ता, INDORE. राज्य सेवा परीक्षा 2022 की प्री रविवार को हुई। उम्मीदवारों और कोचिंग सेंटर के संचालकों का कहना है कि पेपर का स्तर सामान्य रहा है, ऐसे में अनारक्षित कैटेगरी की बात करें तो 78-80 फीसदी अंक लाने वाले मेन्स के लिए सफल घोषित होंगे। यदि 80 फीसदी और इससे ज्यादा अंक हैं तो पूर तरह सेफ हो सकेंगे। इस परीक्षा के लिए 459 पद हैं, इसके 20 गुना को मेन्स के लिए सफल घोषित किया जाएगा। वहीं परीक्षा के लिए 2.62 लाख लोगों ने आवेदन भरे थे, लेकिन परीक्षा देने के लिए केवल 71 फीसदी उम्मीदवार यानी 1.88 लाख ही पहुंचे और 74 हजार 368 यानी 28 फीसदी से ज्यादा उम्मीदवारों ने परीक्षा ही नहीं दी है, जो काफी बड़ा नंबर है।
ग्वालियर सेंटर में 48 फीसदी नहीं पहुंचे
इंदौर सेंटर की बात करें तो यहां पर 39 हजार 868 उम्मीदवारों में से 31 हजार 424 ने परीक्षा दी, लेकिन सबसे ज्यादा ग्वालियर सेंटर के हाल बुरे रहे हैं। यहां पर 24 हजार 750 उम्मीदवार थे, लेकिन केवल 52 फीसदी की ही उपस्थिति रही और 48 फीसदी उम्मीदवार परीक्षा देने नहीं पहुंचे। वहीं बाकी सेंटरों पर औसतन 70 फीसदी की उपस्थिति देखी गई।
पेपर सामान्य रहा, अगले सप्ताह आंसर की आएगी
प्री के लिए 2 पेपर होते हैं, इसमें पहले पेपर सामान्य ज्ञान के आधार पर मेरिट तय होती है। इसमें 100 सवाल होते हैं, कुल अंक 200 होते हैं। जानकारों का कहना है कि इसमें 80 फीसदी सही है तो पूरी तरह सेफ है। अनारक्षित वर्ग के लिए रिजल्ट कटऑफ 75 से 80 फीसदी अंक के बीच हो सकता है। वहीं दूसरा पेपर अभिरुचि का होता है जिसमें केवल कटऑफ अंक (अनारक्षित के लिए 40 बाकी के लिए 30 फीसदी) ही लाकर पास होना ही काफी होता है।
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नहीं पूछे गए कोई विवादित प्रश्न, लाड़ली बहना का भी रहा सवाल
पीएससी ने हर बार उठने वाले विवादों से तौबा करते हुए इस बार प्रश्न पत्र को सामान्य रखा है और विवादित सवालों से दूरी बनाई है, क्योंकि विधानसभा चुनाव के साल में आयोग किसी तरह का विवाद नहीं चाहता है। प्रश्नों में लाड़ली बहना का भी एक सवाल था कि हर माह इसमें कितनी राशि मिलेगी। मध्यप्रदेश से भी काफी प्रश्न रहे, जिससे बाहरी राज्यों के उम्मीदवारों से परे मूल निवासियों को लाभ मिल सकता है।