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देव श्रीमाली, GWALIOR. एनएचएम भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक कांड के तार जोड़ने और संदिग्ध आरोपियों की तलाश में ग्वालियर पुलिस की 6 टीमें एमपी,यूपी और राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में छापामार कार्रवाई कर रहीं है। यह कार्रवाई रिमांड पर लिए आरोपियों से पूछताछ में मिल रही जानकारियों के आधार पर की जा रही है।
अभी 8 में से 5 आरोपी पुलिस रिमांड में
एडिशनल एसपी राजेंश दंडोतिया ने बताया कि एनएचएम पर्चा लीक मामले में कुल आठ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिनमें से कोर्ट ने तीन को तो न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। जबकि पांच को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। दंडोतिया के अनुसार इनसे पूछताछ में रोज नई जानकारियां मिल रहीं है। इनके आधार पर पुलिस कड़ियां जोड़कर इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। इसके लिए 6 टीमें राजस्थान,एमपी और यूपी के विभिन्न शहरों में है।
मुंबई और भोपाल में एम ई एल कंपनी भी पहुंची टीम
इस घपले के तार फिलहाल मुंबई की एमईएल कंपनी से जुड़ते नजर आ रहे हैं। इसकी वजह ये है कि जिस फार्मेट में स्ट्रैटेजिक एलाइंस मैनेजमेंट प्रा.लि.की ओर से एमईएल कंपनी को पेपर उपलब्ध करवाया गया था। उस फार्मेट में पेपर लीक नहीं हुआ है। पेपर उस फार्मेट में लीक हुआ है, जिस फार्मेट में तब्दील कर एमईएल कंपनी पेपर सिस्टम में अपलोड करती है। क्राइम ब्रांच की एक टीम आज (16 फरवरी) मुंबई के लिए रवाना हो गई। ये टीम एमईएल के दफ्तर में भी जाकर जांच -पड़ताल और पूछताछ करेगी। भोपाल में भी इस कंपनी के अधिकारी हैं। इनसे पूछताछ के लिए एक टीम भोपाल पहुंच गई है।
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यह था पूरा मामला
ग्वालियर के टेकनपुर स्थित कृष्णा होटल से ग्वालियर पुलिस ने सात फरवरी को आठ आरोपियों को पकड़ा था। इनके पास से एनएचएम की संविदा स्टाफ नर्स की भर्ती परीक्षा का दूसरी पाली का पर्चा मिला था। यह लोग 26 परीक्षार्थियों को पर्चा हल करवा रहे थे। हर छात्र से ढाई से तीन लाख रुपए में सौदा तय हुआ था, लेकिन भुगतान उत्तीर्ण होने के बाद ही होना था। इन छात्रों के मूल दस्तावेज आरोपियों ने जब्त कर लिए थे। क्राइम ब्रांच की टीम ने जब पड़ताल की तो सामने आया कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के रहने वाले पुष्कर पांडे और राजीव नयन मिश्रा उर्फ राहुल मिश्रा इस गैंग के मुखिया हैं। पुष्कर और उसकी गैंग जयपुर के महिपाल सिंह के संपर्क में थी। उसे पूछताछ के लिए ग्वालियर बुलाया तो उसने बताया कि वह जयपुर में सीएचओ के अभ्यर्थियों को परीक्षा की तैयारी करवाता है। पुष्कर उसके पास पर्चा बेचने के लिए आया था।
कोचिंग संचालक को पर्चा बेचने का दिया था झांसा
नर्सिंग भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक के सरगना पुष्कर पांडे ने जयपुर के कोचिंग संचालक को भी दो लाख रुपए में पर्चा बेचने का झांसा दिया था। कोचिंग संचालक को उसने कहा था कि अगर एनएचएम की भर्ती परीक्षा कोई छात्र दे रहा है तो वह दो लाख रुपए में पर्चा उपलब्ध करवा देगा, भुगतान परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद लेगा। कोचिंग संचालक को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए ग्वालियर बुलाया था। वहीं सरगना के गुर्गे के खाते 41 लाख रुपए के ट्रांजेक्शन के सबूत मिले हैं।
भोपाल की कंसल्टेंसी एजेंसी संचालक को पुलिस ने आरोपी बनाया
एएसपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि कोचिंग संचालक का कोई कनेक्शन नहीं निकला है, इसलिए उसे छोड़ दिया गया है। उसके पास पुष्कर को प्रेमकुमार खीची ने भेजा था। प्रेमकुमार खीची उसका परिचित है, लेकिन उसने पर्चा लेने से इंकार कर दिया था। भोपाल में सिनेरियो स्टाकिंग सर्विसेज कंपनी नाम से कंसल्टेंसी एजेंसी चलाने वाले अमित गहरवार को पुलिस ने आरोपित बनाया है। उसे एफआइआर में नामजद कर लिया है। उसके खाते में डेढ़ करोड़ रुपए हैं। इसमें से 41 लाख रुपए के ट्रांजेक्शन तो सरगना पुष्कर के खास गुर्गे धनंजय पांडे के खाते से हुए हैं। इसके अलावा पुष्कर ने भी सीधा पैसा उसके खाते में दिया है। एएसपी ने बताया कि अमित गहरवार ने कहा था कि डेढ़ साल में सवा करोड़ रुपए पुष्कर की ओर से आए हैं, बाकी पैसा उसका ही है। पुष्कर से उसकी मुलाकात चाय की दुकान पर हुई थी। उसने बताया था कि वह प्रापर्टी डीलिंग और बड़े कालेज में कमीशन पर प्रवेश दिलाता है। उसे एक खाते की जरूरत है, इसमें वह रुपए मंगवाएगा। इसके एवज में दो प्रतिशत कमीशन उसे मिलता था।
क्राइम ब्रांच की टीमें कर रही जांच पड़ताल
एडिशनल एसपी राजेश दंडोतिया का कहना है कि इस मामले में क्राइम ब्रांच की 6 टीमें अलग-अलग स्थानों पर जांच पड़ताल कर रही हैं। इससे इस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले आरोपियों की कड़ी से कड़ी जोड़कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।