RAIPUR. चुनावी साल में छत्तीसगढ़ में हड़तालों का दौर चल रहा है। इस बीच प्रदेश के जूनियर डॉक्टर (जूडो) बेमुद्दत हड़ताल पर जाने की तैयारी में है। इसकी तारीख भी तय कर ली गई है। दरअसल जूनियर डॉक्टर स्टायपेंड नहीं बढ़ाए जाने से नाराज चल रहे हैं। इसके कारण प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के जूनियर डॉक्टर 1 अगस्त को ओपीडी का बहिष्कार करेंगे। इसके बाद सभी 2 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। इसमें बांडेड सीनियर रेसीडेंट और इंटर्न छात्र भी शामिल होंगे। जूडो समेत हड़ताल करने वाले छात्रों की संख्या 2000 से ज्यादा है।
डॉक्टर ओपीडी का करेंगे बहिष्कार
बता दें कि अपनी मांग को लेकर जूडो बीते गुरुवार (27 जुलाई) से काली पट्टी बांधकर काम कर रहे हैं। दूसरी ओर प्रदेश की सभी नर्सें 11 अगस्त को सामूहिक अवकाश लेंगी। 21 अगस्त से वे बेमुद्दत हड़ताल पर जाएंगी। जूडो और नर्सों की हड़ताल से अस्पतालों का कामकाज ठप होने की आशंका है। जानकारी के अनुसार पीजी छात्र यानी जूडो, पीजी पास छात्र यानी बांडेड सीनियर रेसीडेंट और इंटर्न छात्र सालभर से स्टायपेंड बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। सभी इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से भी मिल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने स्टायपेंड बढ़ाने की मांग की थी।
डॉक्टर्स का दावा-दूसरे राज्यों की तुलना कम स्टायपेंड, शासन को भेजा प्रस्ताव
मेडिकल कॉलेजों की ओर से भी शासन को स्टायपेंड बढ़ाने का प्रस्ताव गया है। वर्तमान में जूडो को 53550 रुपए से लेकर 59220 रुपए स्टायपेंड मिल रहा है। वे इसे बढ़ाकर 95488 से 1.01 लाख रुपए प्रति महीने करने की मांग कर रहे हैं। यह स्टायपेंड वर्तमान में संविदा असिस्टेंट प्रोफेसरों को मिल रहे वेतन से ज्यादा है। इंटर्न छात्रों को 12500 रुपए और बांडे एसआर को 55 हजार रुपए स्टायपेंड दिया जा रहा है। जूडो का दावा है कि दूसरे राज्यों की तुलना में प्रदेश में स्टायपेंड कम दिया जा रहा है। जबकि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है।