भोपाल। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के करीब 80 लाख किसानों (Farmers)के लिए अपनी उपज सरकारी मंडी (Government Market) में बेचने की राह में एक और चुनौती बढ़ने वाली है। मंडी में बिकने आने वाले अनाज की क्वालिटी (Quality of Grain) और चमक परखने के लिए सरकार कलर सॉर्टिंग प्लांट (Color Sorting Plant) लगाने जा रही है। प्लांट में सॉर्टिंग के दौरान यदि अनाज के दाने निर्धारित मापदंड और रंग के अनुरूप नहीं हुए तो किसान का सैंपल अमान्य यानि रिजेक्ट हो जाएगा। जिन किसानों का सैंपल रिजेक्ट (Sample Reject) होगा उनकी उपज की खरीद नहीं होगी। मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड (Madhya Pradesh State Agricultural Marketing Board) ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत 12 मंडियों में कलर सॉर्टिंग प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।