गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार दिए जाने को लेकर अब एमपी में भी सियासत शुरू हो गई है। दरअसल कांग्रेस ने गीता प्रेस को सम्मान देने का विरोध किया था जिसके बाद एमपी बीजेपी के नेताओं ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि ये भारतीय संस्कृति और परंपरा का विरोध है। इस पूरे मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी कांग्रेस नेता जयराम रमेश पर निशाना साधा है। उन्होंने इसे लेकर लगातार 4 ट्वीट किए। उमा भारती ने ट्वीट किया, 'गीता प्रेस का भारतीय संस्कृति, हिंदुत्व एवं अध्यात्म में हमेशा अद्वितीय योगदान रहा। हिंदू समाज के सभी धर्मग्रंथ सरल, त्रुटिहीन एवं कम कीमत पर उपलब्ध कराए। उनका किसी विवाद से कभी सरोकार नहीं रहा। उनके योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार भी कम पड़ेगा। जयराम रमेश जैसे स्तर के लोगों को शायद यही पता न हो कि गीता प्रेस में छपता क्या है? लगता है कि कांग्रेस ने इस्लामीकरण एवं ईसाईकरण की राह पकड़ ली है। दरअसल पुरुस्कार की घोषणा होने के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोमवार को ट्वीट किया था कि- केंद्र सरकार का यह फैसला सावरकर और नाथूराम गोडसे को सम्मान देने जैसा है।
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