जिस सीवेज के गंदे पानी को ट्रीटमेंट के बाद नर्मदा में मिलाया जाएगा वो पानी 8 किमी का सफर तय कर के नर्मदा में मिलेगा और ये इलाका बसाहटों से घिरा है ऐसे में इस पानी के फिर से गंदा होने की संभावना है।
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें!
विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें