मध्यप्रदेश की सियासत इस बार इतनी फिल्मी होती जा रही है कि जितनी बार कुछ बात करने बैठता हूं कोई न कोई फिल्मी गाना या डायलोग याद आ ही जाता है. वैसे 2018 के चुनाव के बाद उपचुनाव हुए और जो तख्ता पलट हुआ उसका आगाज भी तो एक फिल्मी डायलोग से ही हुआ कि टाइगर अभी जिंदा है. अब टाइगर टाइगर रहे या नहीं रहे या अपनी दहाड़ को किसी खास वक्त के लिए संभाल कर रखे हुए हैं. फिलहाल तो प्रदेश में टॉम एंड जैरी वाला हाल दिख रहा है. कभी जैरी इस बात का ताना मारता है कि जहां मैं जाती हूं वहीं चले आते हो... तो कभी टॉम आगाह करता कि तू चल मैं आई. अब टॉम कौन है और जैरी कौन है, ये तय करना मैं आप लोगों पर छोड़ता हूं. फिलहाल तो ये समझिए कि सियासत की ये दौड़ क्या है और किसके बीच जारी है.
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