BHOPAL. स्वास्थ्य विभाग के पूर्व स्टोर कीपर की जब्त राशि को लोकायुक्त ने सूद-समेत लौटा दिया है। दरअसल, आठ अगस्त को एक पूर्व स्टोर कीपर अशफाक अली के कुछ ठिकानों पर छापामार जांच कार्रवाई की गई थी। जिस दौरान लोकायुक्त ने आरोपी के विदिशा और भोपाल स्थित घरों से 22 लाख रुपए नकद और 45 लाख का सोना जब्त किया था। हालांकि, आरोपी के खिलाफ जांच जारी है।
अशफाक के बैंकों में लॉकर नहीं मिले थे
अशफाक अली साल 2021 तक राजगढ़ जिला अस्पताल में स्टोर कीपर के पद पर पदस्थ था। लोकायुक्त पुलिस ने अशफाक अली के भ्रष्ट होने की शिकायत पाकर उसके विदिशा जिले के लटेरी और भोपाल की ग्रीन वैली कालोनी स्थित निवास पर जांच की थी। भोपाल में के मकान से नोटों से भरा एक बैग मिला था, जिसे गिनने के लिए मशीन बुलानी पड़ी थी।बता दें कि लोकायुक्त ने उक्त राशि और जेवर सिर्फ रिकॉर्ड में दर्ज करके आरोपी अशफाक अली को लौटा दी है। लोकायुक्त ने जांच करते समय आरोपी अशफाक के घर से अलग-अलग बैंकों की पांच पास बुक जब्त की थीं। हालांकि, लोकायुक्त को आरोपी अशफाक के बैंकों में लॉकर नहीं मिले थे। तब लोकायुक्त ने आरबीआई को पत्र लिखकर अशफाक के लेन-देन की जानकारी मांगी थी।
जांच अभी भी जारी है-
सोशल वर्कर केएस चौहान का कहना है कि उक्त राशि और जेवर राजसात होना चाहिए, जो आरोपी को लौटा दी गई है। इस मामले की दोबारा शिकायत करेंगे, जिसमें नियम विरुद्ध कार्य होने पर कार्रवाई भी की जाएगी। डीजी योगेश चौधरी ने बताया कि भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच में आरोपी के निवास से बरामद नकद राशि और गहनों की जानकारी रिकॉर्ड में दर्ज होती है। यदि आरोपी उक्त राशि प्राप्त से जुड़ी जानकारी और बिल आदि प्रस्तुत करता है, तो विवेचना अधिकारी उसे आरोपी को लौटा भी सकता है। लोकायुक्त डीएसपी वीरेंद्र सिंह ने कहा है कि अशफाक के विरुद्ध अभी जांच जारी है। इस बारे में वह बाकी की जानकारी नहीं दे सकते हैं।
करोड़पति निकला था आरोपी
अशरफ के भोपाल स्थित मकान का इंटीरियर फाइव स्टार होटल जैसा था। अशरफ की सैलरी केवल 45 हजार रुपए थी। दो महीने पहले जांच के दौरान अशफाक अली के परिवार के सदस्यों के नाम पर 16 से अधिक अचल संपत्तियों की जानकारी सामने आई थी।