रामलला के प्रति अनोखी भक्ति का उदाहरण बने ये संत, जो कि सिर की चोटी से राम रथ खींचते अयोध्या के लिए पैदल निकल पड़े। ये संत मप्र के दमोह के रहने वाले हैं, इन्होंने एक ऐसा प्रण लिया था, जिसे जान और देखकर सब चौंक गए। ये संत 11 जनवरी को दमोह के बटियागढ़ गांव से सिर की चोटी में रस्सी से रथ बांधकर पैदल निकले थे।
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