पांच महीने बाद होने वाले चुनाव में...आमने सामने कौन होगा...क्या आपने कमलनाथ और शिवराज सिंह चैहान कहा...क्या आपको भी लगता है कि...इस बार चुनाव कमलनाथ वर्सेज शिवराज है...ऐसा है तो आप गलत भी हो सकते हैं...क्योंकि इस बार चुनावी जंग लड़ने के लिए...कमलनाथ के सामने नरेन्द्र मोदी का चेहरा नजर आएगा...शिवराज के पास न टिकट वितरण का तीर है और...न रणनीति की तलवार है...बीजेपी में चुनावी जिम्मेदारी टीम मोदी संभाल रही है...शिवराज सिर्फ एक सपोर्टिंग फेस होंगे...कांग्रेस की बात करें तो चेहरा यहां अब भी कमलनाथ ही हैं...क्योंकि कांग्रेस के पास...उनसे प्रॉमिसिंग चेहरा कोई और नहीं है...लेकिन इस बार फैसलों में दखल...राहुल गांधी की टीम का भी होगा...इसका असर कमलनाथ से ज्यादा...उन नेताओं पर पड़ेगा...जो कमलनाथ के बाद...खुद को फैसले लेने का हकदार समझते हैं...सीधे तौेर पर ये कहा जा सकता है कि...मध्यप्रदेश की चुनावी जंग में मुकाबला...इस बार बेेहद रोचक होगा...